-रिफाइनरी परियोजना के शुभारंभ समारोह
जयपुर। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने पचपदरा में मंगलवार को रिफाइनरी परियोजना के शुभारंभ समारोह में कहा कि इस परियोजना के बदले कांग्रेस 56 हजार करोड़ रुपये का कर्ज प्रदेशवासियों पर लादने जा रही थी। हमने इसे 40 हजार करोड़ रुपये कम कर दिया। रिफाइनरी के लिए 40 हजार करोड़ रुपये की बचत कर लगाई जा रही ये रिफाइनरी सही मायनों में यह राजस्थान और राजस्थानियों की सबसे बड़ी जीत है। बड़़ी संख्या में उपस्थित जनसमुदाय के समक्ष प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का स्वागत करते हुए राजे ने कहा कि आज राजस्थान के लिए ऐतिहासिक क्षण है। रेगिस्तान की मिट्टी को सोने में बदलने वाली इस परियोजना की परिकल्पना भी हमारे पिछले शासन काल में शुरू हुई थी जब इस क्षेत्र में तेल के पहले कुए मंगला को चालू किया गया था और आज कार्य का शुभारंभ भी प्रधानमंत्री कर रहे हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि रिफाइनरी का उद्घाटन भी हम प्रधानमंत्री मोदी के कर कमलों से ही करायेंगे।
कांग्रेस ने बिना तैयारी के हाईकमान से करवाया शिलान्यास मुख्यमंत्री ने कहा कि कांगे्रस ने सत्ता पाने के लिए चुनाव की घोषणा से दस दिन पहले जल्दबाजी में रिफाइनरी का शिलान्यास कराया था। उन्होंने इसके लिए न जमीन की लीज डीड की और न पर्यावरणीय स्वीकृति ली। इतनी बड़ी परियोजना के लिए आवश्यक तकनीकी और वित्तीय विश्लेषण भी नहीं किया गया। बिना मार्केटिंग टर्मिनल के ही शिलान्यास करवाकर एग्रीमेंट भी साइन कर दिया गया। राजे ने सवाल किया कि आखिर ऐसे एग्रीमेंट से किसे फायदा मिला? हमने रेट आॅफ रिटर्न मंे कराया दो गुना फायदा मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने इंटरनल रेट आॅफ रिटर्न जो फाइनल की थी उसके हिसाब से सरकार की ओर से एक रुपया लगाने पर 6 पैसे मिलते, जबकि हमने जो एमओयू किया उसमें एक रुपये पर 12 पैसे का फायदा हो रहा है। यानि की लगभग दोगुना फायदा। इतना ही नहीं यह प्लांट पहले से भी ज्यादा आधुनिक है और बाड़मेर के अलावा दूसरे क्रूड पर भी चलेगा। 4 साल में पांच गुना बढ़ा सोलर एनर्जी उत्पादन राजे ने कहा कि हमने नई सौर ऊर्जा नीति के जरिए किसानों को विकास में भागीदार बनाया। उन्हांेने कहा कि आने वाले एक साल में 2255 मेगावाट के सौर ऊर्जा उत्पादन के साथ ही भड़ला विश्व का सबसे बड़ा सोलर पार्क बनाया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जैसलमेर के नोख में 1 हजार मेगावाट के एक अन्य सोलर पार्क की स्थापना की जाएगी। इसके अलावा रिफाइनरी प्रोजेक्ट में स्थानीय युवाओं को रोजगार दिलाने के लिए बाड़मेर आईटीआई में रिफाइनरी और पेट्रो केमिकल्स के क्षेत्र में कौशल प्रशिक्षण शुरू किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगर जैसलमेर-बाड़मेर क्षेत्र रेल लाइन के माध्यम से मूंदड़ा पोर्ट तक जुड़ जाए तो इस क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी। उन्होंने कहा कि बाड़मेर क्षेत्र में तेल की सतह के ऊपर भूजल का भंडार है। यदि इस जल का परिषोधन कर इसे उपयोग योग्य बनाने की कोई परियोजना बनाई जाए तो यहां की पानी की समस्या भी दूर हो सकेगी। पोकरण-फलसूण्ड-बालोतरा-सिवाना लिफ्ट प्रोजेक्ट सितम्बर तक पूरा करेंगे मुख्यमंत्री ने कहा कि इस इलाके में पेयजल की कमी को देखते हुए हमने पोकरण-फलसूण्ड-बालोतरा-सिवाना लिफ्ट प्रोजेक्ट की शुरूआत की थी, जिसे कांग्रेस चाहती तो पांच साल में पूरा कर सकती थी। अब हम इसे सितम्बर 2018 तक पूरा कर जैसलमेर और बाड़मेर के 580 गांवों तथा बालोतरा और सिवाना कस्बों को मीठा पानी उपलब्ध करायेंगे।