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जयपुर। राजस्थान के बांसवाड़ा जिले में रक्षाबंधन पर्व पर बड़ा हादसा हो गया। राखी बांधने आई बहन सविता के कहने पर भाभी ने उसके लिए पकौडिय़ां बनाई और वे पकौडिय़ां परिवार के सभी सदस्यों ने भी खाई। शाम को खाने के बाद सभी सो गए, लेकिन रात नौ बजे एक के बाद सभी लोगों के उल्टी-दस्त होने लगे। पड़ौसियों की मदद से सभी को बांसवाडा के जिला अस्पताल पहुंचे तो रास्ते में बहन सविता ने दम तोड़। मंगलवार सुबह पिता और भाभी की भी मौत हो गई। परिवार के पांच सदस्य अस्पताल में भर्ती है। वे भी गंभीर स्थिति में है। फूड पॉयजिंग की यह घटना बांसवाडा के मलवासा गांव में हुई है।

रक्षाबंधन पर्व पर भाई धुलजी बामनिया को राखी बांधने के लिए बहन सविता मलवासा गांव आई थी। दोपहर में राखी बांधने के बाद शाम को सभी ने खाना खाया था। घर में पकौडिय़ां बनी थी। रात नौ बजे सभी लोग सोने चले गए। नौ बजे बाद अचानक सविता के उल्टियां होने लगी और तबीयत बिगडऩे पर उसे भाई धुलजी पास ही डिस्पेंसरी लेकर गया। वहां चिकित्सक ने उसकी गंभीर स्थिति देख बांसवाड़ा स्थित जिला अस्पताल रैफर कर दिया। इसी दौरान घर से फोन आया कि दूसरे सभी सदस्यों के भी उल्टियां होने लगी है। पडौसियों ने एक वाहन करके उन्हें सीधे ही बांसवाड़ा ले गए। लेकिन रास्ते में ही सविता की मौत हो गई। मंगलवार सुबह सविता के पिता लेमजी बामनिया और भाभी सविता बामनिया की भी मौत हो गई। पांच सदस्यों का इलाज चल रहा है। एक ही परिवार में तीन जनों की मौत से घर-परिवार में कोहराम मच गया और गांव में भी मातम छा गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस और चिकित्सा टीम ने खाने और पकौडिय़ां के सैम्पल लिए हैं। धुलजी बामनिया ने पुलिस को बताया कि बहन सविता के कहने पर घर में पकौडिय़ां बनी थी। सभी शाम को पकौडिय़ां खाकर सोए थे। रात को सविता व परिवार के लोगों के उल्टियां और पेचिश होने लगे। परिवार के लोगों ने घर की मुर्गियों व मुर्गों, चूजों को भी पकौडिय़ां खाने को दी थी, वे भी मर गए।

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