अखिल भारतीय बागड़ा ब्राह्मण महासभा के जनप्रतिनिधि सम्मेलन व प्रतिभा सम्मान समारोह में उठा राजनीतिक भागीदारी का मुद्दा। 19 सीटों पर समाज की बहुलता के आधार पर भाजपा-कांग्रेस से मांगा जाएगा उचित प्रतिनिधित्व।
जयपुर। राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा, कांग्रेस, बसपा समेत अन्य दल अभी से चुनावी समर की तैयारियों में लग गए हैं, वहीं सामाजिक व जातिगत संगठनों ने भी अपने-अपने समाज के प्रतिनिधियों को उचित प्रतिनिधित्व दिलाने के लिए अपनी ताकत दिखानी शुरु कर दी है।
जातिगत समीकरण व वोटों की गणित के आधार पर सामाजिक संगठन भाजपा व कांग्रेस समेत अन्य दलों को अधिकाधिक टिकट लेने की जुगत में लग गए हैं। राजनीतिक ताकत दिखाने के लिए सामाजिक सम्मेलन होने लगे हैं। ऐसा ही एक बड़ा सामाजिक सम्मेलन रविवार को अखिल भारतीय बागड़ा ब्राह्मण महासभा का जयपुर में उदयपुरिया सीकर रोड स्थित मेहता कॉलेज परिसर में हुआ।
सम्मेलन में हजारों लोगों की मौजूदगी में महासभा के नेताओं ने संकल्प लिया कि राज्य की 19 विधानसभा सीटों पर समाज का प्रभावशाली वोट बैंक हैं। लेकिन इसके बाद भी समाज को भाजपा व कांग्रेस टिकटों में उचित प्रतिनिधित्व नहीं देती है। वर्ष 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव में दोनों राष्ट्रीय दलों से अधिकाधिक टिकट लेने के लिए अभी से ताल ठोकने का संकल्प किया है। अखिल भारतीय बागड़ा ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बद्री नारायण बागड़ा ने कहा कि जब देश और प्रदेश में छोटी-छोटी जातियां अपनी राजनीतिक सक्रियता और वजूद के आधार पर टिकट हासिल कर रही हैं। यहीं नहीं यूपी व बिहार में ये छोटी-छोटी जातियां अपना राजनीतिक दल जैसे निषाद पार्टी, अपना दल बनाकर राष्ट्रीय दलों से गठबंधन करके अपनी ताकत दिखा रही हैं और सीटें हासिल करके सत्ता व राजनीति में भागीदारी बढ़ा रही हैं तो फिर बागड़ा ब्राह्मण समाज क्यों पीछे रहे। भविष्य में होने वाले विधानसभा और लोकसभा चुनाव में बागड़ा ब्राह्मण समाज चुनावी समर में अपनी ताकत दिखाएगा।
19 विधानसभा सीटों पर समाज की अच्छी भागीदारी को देखते हुए भाजपा, कांग्रेस से तीन से चार सीटें समाज के प्रतिनिधियों को दिए जाने की मांग जोरदार तरीके से उठाई जाएगी। यहीं नहीं इस मांग के लिए भविष्य में उक्त सभी 19 विधानसभा सीटों पर राजनीतिक व सामाजिक सम्मेलन करके राजनीतिक दलों को समाज की ताकत दिखाई जाएगी। ऐसे सम्मेलनों से समाज में जागरुकता बढ़ेगी। यह बात उन्होंने समाज के प्रतिभा सम्मान व जनप्रतिनिधि सम्मेलन के दौरान कही। वहां मौजूद जनप्रतिनिधियों और समाज के लोगों ने उनकी इस मांग का समर्थन किया। सम्मेलन कांग्रेस, भाजपा से विधायक, पूर्व विधायक, पंच-सरपंच, प्रधान, पार्षद मौजूद रहे। मंच से संकल्प किया गया कि समाज में राजनीतिक जागरुकता लाने के लिए उन सीटों पर बड़े स्तर पर सामाजिक व राजनीतिक सम्मेलन किया जाएगा, जहां समाज के वोटों की बहुलता है।
– इन सीटों पर समाज की बहुलता
बागड़ा ब्राह्मण समाज की जयपुर जिले में आमेर, बगरु, चौमू, झोटवाड़ा, चाकसू, बस्सी, जमवारामगढ़, सांगानेर, दूदू, फुलेरा, सिविल लाइन्स, किशनपोल सीट में समाज का अच्छा वोट बैंक हैं। जयपुर जिले के अलावा थानागाजी, बानसूर, सुजानगढ़, परबतसर, कपासन, केशोरायपाटन, कामां आदि में भी समाज का अच्छा वोट बैंक हैं। आमेर, बगरु, झोटवाड़ा, जमवारामगढ़, सांगानेर, थानागाजी, बानसूर में बीस से पैंतीस हजार वोट बैंक समाज का है। उक्त सीटों के अलावा प्रदेश में पन्द्रह सीटें ऐसी भी है, जहां पांच से आठ हजार वोट बैंक समाज का है।
– ढाई सौ से अधिक प्रतिभाओं का सम्मान
सम्मेलन में समाज की 272 प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया। सरकारी सेवा में नियुक्त समाजबंधुओं, खेल प्रतिभाओं के अलावा पीएमटी, पीईटी में चयनित और बोर्ड परीक्षाओं व स्नातक परीक्षाओं में सर्वोत्तम अंक लाने वाली प्रतिभाओं, मीडियाकर्मियों को स्मृति चिन्ह, श्रीफल और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर राष्ट्रीय अध्यक्ष बदरी नारायण बागड़ा ने कहा कि समाज की प्रतिभाएं समाज की धरोहर हैं और देश व समाज का भविष्य है। सम्मेलन में समाजबंधुओं ने दहेज बंदी अभियान की प्रशंसा करते हुए दहेज बंदी नियमों की पालना की शपथ ली। मंच संचालन ओम प्रकाश शर्मा व जुगल मेहता ने किया। शिक्षाविद राधेश्याम मेहता ने सभी का आभार जताया। महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता पुरुषोत्तम शर्मा ने बताया कि सम्मेलन में पूर्व विधायक गंगा सहाय शर्मा, आमेर प्रधान बदरी नारायण बागड़ा, पार्षद मंजू शर्मा, दीपमाला शर्मा, शंकर लाल शर्मा, हेमेन्द्र शर्मा, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रामसहाय कांकरेलिया, पूर्व प्रधान सीताराम शर्मा, गीता बागड़ा, सवाई माधोपुर नगरपालिका की पूर्व सभापति डॉ. विमला शर्मा, सरपंच मिश्री देवी समेत बड़ी संख्या में वार्ड पंच समेत अन्य जनप्रतिनिधि शामिल हुए।