ग्वालियर। अश्लील वीडियो बनाकर डॉक्टरों को ब्लैकमेल करने वाले रैकेट को क्राइम ब्रांच ने पकड़ लिया है। इस रैकेट में उरई की एक महिला सहित 3 लोगों को पकड़ा है। पुलिस को रैकेट के पास से काले रंग के बैग में होशियारी में लगाया हिडन कैमरा मिला है। इसके अलावा ब्लैकमेल करने के लिए उपयोग में लाए गए 2 मोबाइल बरामद कर लिए हैं। ये रैकेट 2 डॉक्टरों को ब्लैकमेल 15 लाख से अधिक रुपए ऐंठ चुका है, जबकि महिला का कहना है कि उसे केवल 10 हजार रुपए मिले हैं। रैकेट में शामिल महिला उरई में नर्स है। उसके साथी भी चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े हुए हैं। इस रैकेट का मास्टमाइंड कृष्ण कुमार बताया गया है। एसपी डॉ. आशीष ने बताया कि भिंड जिले में पदस्थ डॉक्टर यहां गोविंदपुरी में रहते हैं। डॉक्टर ने 13 सितंबर को लिखित शिकायत कर बताया था कि एक रैकेट ने उनका अश्लील वीडियो बना लिया है। उसकी सीडी भेजकर अब 10 लाख रुपए मांगे जा रहे हैं। एसपी ने ब्लैकमेल किए जाने की घटना को गंभीरता से लेते हुए इसकी जांच क्राइम ब्रांच को सौंपी। डॉक्टर ने पुलिस को बताया कि 30 अगस्त को मेरे मोबाइल पर एक अनजान नंबर से कॉल आया। कॉल करने वाली महिला ने अपना नाम मनीषा पाल बताया। महिला ने स्वयं को मरीज बताया और कहा कि आपको दिखाना चाहती हूं। महिला उसी दिन चेकअप के लिए उनके पास आई। महिला ने बताया कि उसके सीने में दर्द है। उन्होंने परीक्षण कर दवा लिखा दी। महिला ने फिर कॉल कर उन्हें बताया कि उसका दर्द बढ़ गया।
उन्होंने मोबाइल पर दवा बता दी। दूसरे दिन फिर कॉल कर महिला ने बताया कि उसे तकलीफ बढ़ गई है। मैंने महिला को बताया कि अभी नहीं देख सकता हूं, क्योंकि ग्वालियर आ गया हूं। महिला पता लेकर उनके घर आ गई। महिला अपने साथ कोल्डड्रिंक लेकर आई। डॉक्टर को घर में अकेला पाकर महिला ने कोल्ड ड्रिंक पिला दी, जिससे वह बेहोश हो गए। महिला उन्हें सोता छोड़कर चली गई। 9 सितंबर को उनके पास एक कॉल आया। कॉल करने वाले व्यक्ति ने अपना नाम राजाबाबू बताया और कहा कि उनके घर पार्सल आ रहा है। उसे देखकर 10 लाख रुपए का इंतजाम कर लो। 10 लाख रुपए कहां भेजना हैं बाद में बताऊंगा। डॉक्टर ने बताया कि पार्सल में महिला के साथ निर्वस्त्र हालत में उनके अश्लील फोटो और वीडियो देखकर उनके होश उड़ गए। उन्हें तब समझ आया कि महिला ने उनके अचेत होने के बाद अपने व उनके वस्त्र उतारकर ब्लैकमेल करने के लिए ये सीडी और फोटो खींचे हैं। पुलिस के पास रैकेट को पकड़ने के लिए मोबाइल नंबर था। राजाबाबू 10 लाख रुपए वसूलने के लिए डॉक्टर को मोबाइल पर धमका रहा था। क्राइम ब्रांच ने रैकेट को जाल बिछाकर पकड़ लिया। पुलिस ने बताया कि रैकेट में शामिल मनीषा पाल को भी पकड़ लिया। इसका असली नाम नेहा कुशवाह है, जो कि उरई की रहने वाली है और पेशे से नर्स है। इस रैकेट का मास्टर माइंड राजा बाबू है। इसका असली नाम कृष्ण कुमार है। एक अन्य साथी अनिल बाल्मीकि है। ये लोग भी अस्पताल में नौकरी करते हैं।पुलिस ने इनके पास से हिडन कैमरा लगा हुआ बैग बरामद किया है। ये कैमरा बैग की जेब में फिट कर रखा था। महिला इलाज कराने के बहाने डॉक्टर के पास जाती और इसी कैमरे से डॉक्टर के साथ अश्लील वीडियो बनाती। उसके बाद कृष्ण कुमार ब्लैकमेल करने के लिए डॉक्टरों को फोन करता।