नई दिल्ली। गरीबी कितना बड़ा अभिशाप है इस बात का अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि गरीब मां-बाप अपने जिगर के टूकड़ों को किस तरह अमीरों के हाथ बेच देते हैं मगर यह अमीर दरिंदे उनकी गरीबी का नाजायज फायदा उठाते हैं यह कोई नई बात नहीं है यह परंपरा सदियों से चली आ रही है और आज भी जारी है मगर किसी ने इस परंपरा को तोड़ने की कोशिश नहीं की जहां गरीबों का शोषण किया जाता है और उनकी नाबालिग लड़कियों को खरीद-फरोख्त के दलदल में उतार दिया जाता है। ऐसा ही एक मामला सामने आया है जहां हैदराबाद पुलिस ने बुधवार को एक ‘शेख मैरिज’ रैकेट का पदार्फाश किया है. पुलिस ने ओमान और कतर के 8 शेख को गिरफ्तार किया है. इन सभी पर नाबालिग लड़कियों को खरीदने का आरोप लगा है.
पुलिस के मुताबिक, नाबालिग लड़कियों से निकाह के लिए ये शेख 10 लाख रुपये तक खर्च करते थे. इनमें ज्यादातर पैसे ब्रोकर्स और काजी के जरिए लिए जाते थे. पुलिस के मुताबिक, तीन काजियों को भी गिरफ्तार किया है, जिसमें मुख्य काजी मुंबई का रहने वाला है. इसके साथ ही हैदराबाद से 5 ब्रोकर और 4 लॉज के मालिकों को भी गिरफ्तार किया गया है. शेख, काजी और ब्रोकर्स का ये रैकेट काफी समय से सक्रिय था. अगस्त में भी ऐसा ही एक मामला सामने आया था. पुलिस उपायुक्त वी सत्यनारायण ने कहा, रैकेट के काम करने का तरीका बिल्कुल अलग था. वह गरीब परिवार की नाबालिग लड़कियों को टारगेट करते थे. वे उन्हें पैसे का लालच देकर वादा करते थे कि वह उन लड़कियों की खाड़ी देशों में शादी करा देंगे, जहां वे खुशी जीवन बिताएंगी.बता दें कि इस साल अगस्त में हैदराबाद पुलिस ने एक 77 साल के शेख को गिरफ्तार किया था. ओमान के रहने वाले शेख पर 16 साल की लड़की को खरीदने का आरोप लगा था. इसके लिए उसने 5 लाख रुपये खर्च किए थे. जिस काजी ने इस निकाह को संपन्न कराया था, उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया था।