नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वर्ष 2016 के आखिरी दिन 31 दिसम्बर को राष्ट्र को संबोधित कर सकते हैं। मीडिया सूत्रों के मुताबिक, नोटबंदी के पचास दिन पूरे होने पर पीएम मोदी राष्ट्र संबोधन में देश की जनता को धन्यवाद दे सकते हैं। इन पचास दिन में हुए बदलाव व निर्णयों के बारे में बता सकते हैं। विरोधी दलों के हमलों का जवाब दे सकते हैं। नोटबंदी से होने वाले फायदे गिना सकते हैं। साथ ही इस अवधि में कालेधन को लेकर की गई कार्रवाई और जब्त राशि का ब्यौरा जनता के सामने रख सकते हैं। यह भी चर्चा है कि नोटबंदी के बाद किसानों, मजदूरों व गरीबों को हुई परेशानी को देखते हुए उनके लिए राहत संबंधी कुछ घोषणा हो सकती है। साथ ही जनधन खातों और कैशलेस को लेकर भी मोदी सरकार रियायत दे सकती है। वहीं दूसरी तरफ केन्द्र सरकार की पचास दिन की अवधि खत्म होने के बाद भी नोटबंदी से जनता को परेशानी को लेकर कांग्रेस व दूसरे विरोधी दल मोदी सरकार को घेर सकते हैं। कांग्रेस व दूसरे दल मिलकर संयुक्त वक्तव्य जारी कर सकते हैं और धरना-प्रदर्शन की घोषणा हो सकती है।