जयपुर। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलट ने भाजपा सरकार द्वारा बेरोजगारों व युवाओं की अभिव्यक्ति की आजादी पर कुठाराघात करने की निन्दा की है। पायलट ने एक बयान जारी कर कहा कि भाजपा सरकार को पूरे देश में युवाओं ने मत देकर सत्ता में बिठाया था, परन्तु सरकार युवाओं व बेरोजगारों का दमन कर रही है। पूरे देश में युवा बेरोजगार हैं तथा सरकार ने जिस अनुपात में रोजगार देने का वादा किया था उसका नाममात्र भी रोजगार युवाओं को नहीं दिया गया है। प्रदेश में बेकारी व बदहाली भाजपा की देन है, भाजपा ने सत्ता में आते ही रोजगार देने के स्थान पर कॉन्ट्रेक्ट पर काम कर रहे लोगों को कार्यमुक्त कर बेरोजगारी को बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि भाजपा की इस कार्यप्रणाली से व्यथित होकर लगभग डेढ़ दर्जन विद्यार्थी मित्रों ने आत्महत्या कर ली है, जो बताता है कि अपनी प्रथम वर्षगांठ पर राष्ट्रीय अध्यक्ष के समक्ष इनको नियमित करने का वादा करने वाली भाजपा सरकार ने विद्यार्थी मित्रों को आत्मघाती कदम उठाने के लिए मजबूर किया है। इसी प्रकार कम्प्यूटर शिक्षकों को भी कार्यमुक्त कर घर का रास्ता दिखा दिया गया है। भाजपा ने घोषणा पत्र में टैट समाप्त करने का वादा किया था, लेकिन इसे भी पूरा नहीं किया गया है।
पायलट ने कहा कि भाजपा की युवा व बेरोजगार विरोधी नीति का पर्दाफाश करने के लिए प्रदेश के बेरोजगारों ने अपनी व्यथा को सार्वजनिक करने के लिए वास्तविक तथ्यों से संबंधित एक डॉक्यूमेंट्री बनाई है जिसके प्रसारण पर सरकार ने रोक लगाकर अपनी हठधर्मिता का परिचय दिया है। एक तरफ तो सरकार रोजगार नहीं दे रही है, वहीं दूसरी तरफ अभिव्यक्ति के लोकतांत्रिक अधिकार का हनन कर रही है। भाजपा सरकार को युवाओं व बेरोजगारों के साथ वादाखिलाफी से बाज आना चाहिए। उक्त प्रकरण ने सरकार के फासीवादी चरित्र को उजागर कर दिया है।