मुंबई : हिंदी फिल्मों में 1970 के दशक में ‘मां’ के किरदार के लिए प्रसिद्धि पाने वाली दिवंगत निरूपा रॉय के दो बेटों के बीच उनकी संपत्ति को लेकर चल रहा विवाद पारिवारिक झगड़े के रूप में बढ़ गया है और पुलिस तक पहुंच गया है।निरूपा रॉय के 45 वर्षीय बेटे किरन ने सोमवार देर रात को पुलिस को फोन करके अपने बड़े भाई योगेश के बच्चों के शोर मचाने की शिकायत की थी।एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि इसके बाद किरन और उनके भाई के बीच मां की मालाबार हिल की संपत्ति को लेकर नोकझोंक हो गयी।
अधिकारी ने यहां बताया कि इस संबंध में कोई मामला दर्ज नहीं कराया गया है।उन्होंने बताया कि दोनों भाइयों के बीच हुई बहस ने छोटी सी लड़ाई का रूप ले लिया।पुलिस के मुताबिक किरन का आरोप है कि योगेश अपार्टमेंट के उस हिस्से में घुस आया जहां किरन का परिवार रहता है और उसने घर की खिड़कियों के कांच तोड़ने के साथ गाली-गलौच शुरू कर दी।पुलिस ने कहा कि एंबेसी अपार्टमेंट में निरूपा रॉय के फ्लैट को लेकर दोनों भाइयों के बीच लंबे समय से विवाद है।
निरूपा ने 1963 में 10 लाख रुपये से कम कीमत में यह फ्लैट खरीदा था। इस अपार्टमेंट में दोनों भाइयों के पास दो-दो बेडरूम हैं। 3000 वर्ग फुट से अधिक जगह में फैले अपार्टमेंट के साथ 8000 वर्गफुट का एक बगीचा भी है।साल 2004 में निरूपा रॉय की मृत्यु के बाद उनके पति कमल रॉय इस संपत्ति के इकलौते मालिक बन गये। नवंबर 2015 में कमल की मृत्यु के बाद दोनों भाइयों के बीच विवाद बढ़ता चला गया।दो सौ से अधिक फिल्मों में काम कर चुकीं निरूपा रॉय को ‘मां’ के किरदार के लिए जाना जाता था और ‘दीवार’ में उनकी भूमिका सबसे प्रसिद्ध किरदारों में गिनी गयी। अमिताभ बच्चन और दिवंगत शशि कपूर ने उनके बेटों का किरदार निभाया था और इस फिल्म का संवाद ‘मेरे पास मां है’ आज भी खूब बोला जाता है।