जयपुर. कांग्रेस में चल रही खींचतान और गहलोत-पायलट गुटबाजी को लेकर अब नेताओं को प्रियंका गांधी के सलाहकार पूर्व पीएम लालबहादुर शास्त्री के पोते विभाकर शास्त्री ने चेतावनी दी है। पार्टी से बड़ा कोई नेता नहीं है। जो व्यक्ति अपने आप को पार्टी से बड़ा समझता है तो पार्टी खुद छोड़ दे या पार्टी उसको गिरा देगी। यह केवल समय की बात है। पार्टी से बड़ा कोई नहीं होता है। उधर, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने बयानबाजी करने वाले मंत्रियों को निशाने पर लिया है। शास्त्री और डोटासरा मंगलवार को पीसीसी में मीडिया से बातचीत कर रहे थे।
राजस्थान में भारत जोड़ो यात्रा के प्रभारी विभाकर शास्त्री और डोटासरा ने पार्टी की आपसी गुटबाजी और मंत्रियों के बयानों को निशाने पर लेकर नई सियासी चर्चाएं छेड़ दी हैं। भारत जोड़ो यात्रा से पहले इसे सियासी शांति की कोशिशों से जोड़कर देखा जा रहा है। डोटासरा ने बयानबाजी करने वाले नेताओं के खिलाफ समय आने पर एक्शन लेने के संकेत दिए हैं। सरकार में पावर सेंट्रलाइजेशन, मंत्री, विधायकों की नहीं चलने को लेकर मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास और राजेंद्र गुढ़ा के बयानों पर डोटासरा ने पलटवार करते हुए चेतावनी दी है। कहा ऐसे बयान नहीं दें, जिससे पार्टी का नुकसान होता हो। यह मंत्री विधायकों की नैतिक जिम्मेदारी है। अगर वे अपनी नैतिक जिम्मेदारी नहीं निभाते हैं तो समय किसी का गुलाम नहीं है। जब समय आएगा तो अपने आप फैसला होगा। पार्टी अभी भी हर बात को नोट कर रही है। चाहे प्रदेश कांग्रेस कमेटी हो या फिर ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी। गलत बयानबाजी करने वाले हर नेता की बात नोट की जा रही है। चाहे मंत्री हो या विधायक इस तरह नहीं बोलना चाहिए। क्योंकि अगर जिम्मेदार पदों पर बैठे लोग पार्टी का बोलकर नुकसान करते हैं तो जनता और कार्यकर्ता उसे माफ नहीं करेंगे।
डोटासरा ने कहा अगर किसी को संगठन से कोई शिकायत है तो नेता कांग्रेस पार्टी की बैठक में अपनी बात रखें। मंत्रिमंडल के किसी सदस्य को अपनी बात रखनी है तो वह मंत्रिमंडल की बैठक में अपनी बात मुख्यमंत्री के सामने रखें। विधायक को कोई बात कहनी है तो वह मंत्री या मुख्यमंत्री से अपनी बात रखें। विधायक दल की बैठक में अपनी बात रखें।

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