Polio medicine, safe
Polio medicine, safe

दिल्ली.देश में पोलियो के टीके की कमी को लेकर मीडिया में कुछ खबरें आई हैं। यह खबर पूरी तरह से गलत है। देश में ओरल पोलियो वैक्सीन (ओपीवी) और इनएक्‍टीवेटेड पोलियो वैक्सीन (आईपीवी) की कोई कमी नहीं है।

जहां तक ​​राष्ट्रीय पोलियो प्रतिरक्षण दिवस (एनआईडी) का संबंध है, कार्यक्रम के लिए पहले से ही आवश्यक मात्रा में ओरल पोलियो वैक्सीन (बीओपीवी) सुरक्षित रखा गया है। हालांकि, एनआईडी के दौरान हमारे बच्चों के लिए सुरक्षित और गुणवत्ता वाले टीके की उपलब्धता सुनिश्चित करने के वास्‍ते, बीओपीवी का कड़ा परीक्षण किया गया है और इसके प्रत्येक बैच को राष्ट्रीय परीक्षण प्रयोगशाला से मंजूरी के बाद ही इसे सार्वजनिक उपयोग के लिए राज्यों में भेजा जाएगा तथा जल्‍दी ही पोलियो एनआईडी भी आयोजित किए जाएंगे। सरकार ने एनआईडी आयोजित करने के कार्यक्रम को अनिश्चित काल के लिए स्थगित नहीं किया है, जैसा कि मीडिया में गलत तरीके से बताया गया है।

इनएक्‍टीवेटेड पोलियो वैक्सीन (आईपीवी) के बारे में, देश में व्‍यापक टीकाकरण कार्यक्रम (यूआईपी) के लिए न तो आईपीवी की कमी है और न ही टीके की खरीद के लिए निधि की कमी है। गौरतलब है कि भारत में पोलियो को पहले ही को समाप्त कर दिया गया है और वैश्विक दिशानिर्देशों के अनुसार, पोलियो मुक्त स्थिति कायम रखने के लिए अपने व्‍यापक टीकाकरण कार्यक्रम में आईपीवी देना शुरू किया गया है, क्योंकि कुछ ऐसे देश हैं जहां पोलियो वायरस अभी भी मौजूद है। वैश्विक टीका और टीकाकरण गठबंधन (गावी) से जुड़े सभी देश गावी द्वारा विकसित टीके का समर्थन करते हैं। आईपीवी की कीमतों में बढ़ोतरी से निपटने के लिए भारत ने आगे की खरीद में आंशिक समर्थन के लिए गावी से संपर्क किया, क्योंकि भारत भी गावी से जुड़ा हुआ है। गावी बोर्ड ने भी इसकी सहमति दे दी है।

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