– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तेलंगाना में 13,500 करोड़ रुपए की परियोजनाओं का लोकार्पण और उद्घाटन किया
हैदराबाद. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तेलंगाना के महबूबनगर के दौरे पर हैं। उन्होंने रविवार को यहां 13,500 करोड़ रुपए की परियोजनाओं का लोकार्पण और उद्घाटन किया। मोदी ने कहा कि तेलंगाना के लोगों ने बदलाव करने का मन बना लिया है। अब यहां पारदर्शी और ईमानदार सरकार की जरूरत है। राज्य के लोगों ने भाजपा को मजबूत किया है। अब तेलंगाना में भाजपा की सरकार होनी चाहिए। इस दौरान पीएम ने मुरुगल जिले में सेंट्रल ट्राइबल यूनिवर्सिटी बनाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि नाम ट्राइबल देवियों के नाम पर समक्का सारक्का सेंट्रल ट्राइबल यूनिवर्सिटी रखा जाएगा। साथ ही उन्होंने हल्दी किसानों के हित के लिए नेशनल टर्मरिक बोर्ड का गठन भी किया है। फरवरी 2022 से ये लगातार छठी बार है, जब मुख्यमंत्री केसीआर राज्य में पीएम के कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए। उनकी जगह राज्य के मंत्री तलसिनी श्रीनिवास यादव ने पीएम को एयरपोर्ट से रिसीव किया। मोदी ने कहा कि नवरात्रि शुरू होने वाली है, लेकिन उससे पहले ही संसद में हमने महिला आरक्षण विधेयक पारित करके ‘शक्ति’ की पूजा करने की भावना स्थापित की है। तेलंगाना की बहनें जानती हैं कि उनका भाई दिल्ली में है, जो लगातार उनका जीवन बेहतर करने की कोशिश कर रहा है। उज्ज्वला गैस से लेकर प्रधानमंत्री शौचालय योजना जैसी कई योजनाएं शुरू की हैं। उन्होंने कहा कि 2014 में एल.पी.जी कनेक्शनों की संख्या लगभग 14 करोड़ थी, अब यह बढ़कर 32 करोड़ से ज्यादा हो गई है। हाल ही में हमने गैस सिलेंडर के दाम भी कम किए हैं। मोदी ने कहा कि नागपुर-विजयवाड़ा कॉरिडोर के जरिए तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और महाराष्ट्र तक लोगों को आने-जाने की आसान सुविधा मिलेगी। इससे इन तीनों राज्यों में बिजनेस, टूरिज्म और इंडस्ट्री को बढ़ावा मिलेगा। तेलंगाना सरकार के कार की स्टीयरिंग किसी और के पास है। आप भी जानते हैं कि तेलंगाना सरकार को कौन चला रहा है। यहां के विकास को दो फैमिली पार्टियों ने रोककर रखा है। इन दोनों ही पार्टियों की पहचान करप्शन और कमीशन से है। इन दोनों पार्टियों का एक ही फॉर्मूला है पार्टी ऑफ द फैमिली, बॉय द फैमिली एंड फॉर द फैमिली। मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार मुरुगल जिले में सेंट्रल ट्राइबल यूनिवर्सिटी बनाएगी। इसका नाम ट्राइबल देवियों के नाम पर समक्का सारक्का सेंट्रल ट्राइबल यूनिवर्सिटी रखा जाएगा। अगर यहां की भ्रष्ट सरकार ने इसमें दिलचस्पी दिखाई होती, तो ये यूनिवर्सिटी बहुत पहले खुल गई होती, लेकिन राज्य सरकार तो जमीन भी नहीं देना चाह रही थी। इस दौरे को लेकर शनिवार रात उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा तेलंगाना के लोग यहां के फीके और निष्प्रभावी शासन से परेशान हो चुके हैं। लोगों का कांग्रेस से भी भरोसा उठ गया है। कांग्रेस और बीआरएस दोनों ही वंशवादी पार्टियां हैं। लोगों की सेवा करना इनका उद्देश्य नहीं है। पीएम मोदी के दौरे से एक दिन पहले शनिवार (30 सितंबर) को राज्य की सत्ताधारी पार्टी भारत राष्ट्र समिति ने हैदराबाद में पोस्टर्स लगाकर पीएम के दौरे का विरोध किया। पोस्टर में लिखा कि राज्य का अपमान करने के बाद पीएम को यहां आने का कोई अधिकार नहीं है। इन पोस्टर्स में संसद में बोलते हुए पीएम मोदी की चार अलग-अलग तस्वीरें लगाई गई थीं और इनमें पीएम के बयान भी शामिल किए गए थे। एक बयान में लिखा था- बच्चे को बचाने के लिए मां की हत्या कर दी गई। इसके अलावा इन पोस्टर्स पर पीएम के 2018, 2022 और 2023 में दिए गए बयान भी लिखे गए थे। इस साल अप्रैल में जब पीएम मोदी तेलंगाना दौरे पर आए थे, तो प्रोटोकॉल के तहत मुख्यमंत्री केसीआर को न्योता दिया गया था। इसके बावजूद वे न तो पीएम का स्वागत करने एयरपोर्ट पहुंचे और न ही उनके कार्यक्रम में शामिल हुए। तब पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा था कि वे केसीआर सरकार के असहयोग से दुखी हुए हैं।
-पीएम मोदी ने स्वच्छता सेवा अभियान में श्रमदान किया
महात्मा गांधी की 154वीं जयंती से पहले आज देशभर में स्वच्छता ही सेवा अभियान के तहत श्रमदान किया जा रहा है। इसके तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फिटनेस ट्रेनर अंकित बैयनपुरिया के साथ श्रमदान किया। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर अंकित बैयनपुरिया के साथ बातचीत करते हुए 4 मिनट 41 सेकेंड का एक वीडियो शेयर किया है। इसमें वे स्वच्छ और स्वस्थ भारत का संदेश दे रहे हैं। सितंबर के मन की बात कार्यक्रम में मोदी ने 1 अक्टूबर को सुबह 10 बजे से एक घंटे के लिए लोगों से स्वच्छता के लिए श्रमदान की अपील की थी। पीएम ने इस श्रमदान के लिए एक तारीख, एक घंटा, एक साथ का नारा दिया था। आज के अभियान के लिए देशभर में 6.4 लाख जगहों को चुना गया था। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्‌डा, गृह मंत्री अमित शाह समेत कई बड़े नेताओं ने अलग-अलग राज्यों में झाड़ू लगाकर सफाई का संदेश दिया।

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