Mewar Mahendra Singh-udaipur
Mewar Mahendra Singh-udaipur

जयपुर। राजस्थान पुलिस की एक हरकत ने फिलहाल शाांत चल रहे राजपूत समाज में उबाल लाने पर मजबूर कर दिया है। खासकर मेवाड़ यानि उदयपुर संभाग के राजपूत समाज में गुस्सा दिखाई दे रहा है। यह विवाद बना है उदयपुर पुलिस की ओर से मेवाड़ के पूर्व राजघराने के सदस्य और पूर्व सांसद महेन्द्र सिंह के बारे में गोपनीय सूचनाएं एकत्र करने की कार्रवाई से। उदयपुर एसपी राजेन्द्र प्रसाद गोयल ने पूर्व सांसद महेन्द्र सिंह को कांग्रेस कार्यकर्ता बताते हुए उनके बारे में पुलिस से अपराध समेत अन्य सूचनाएं मांगी थी।

स्थानीय पुलिस का एक सिपाही भी पूर्व सांसद के महल पर जहा पहुंचा और मुकदमों व दूसरी सूचनाएं की जानकारी मांगी। पूर्व सांसद महेन्द्र सिंह और उनके परिजन इसे व्यक्तिगत जीवन में दखल बता रहे हैं। इसे लेकर पीएम नरेन्द्र मोदी, सीएम वसुंधरा राजे, गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया को शिकायत भेजी है। आरोप लगाया है कि वे उन पर नजर रखे हुए हैं। पुलिस की यह कार्रवाई बिना वजह परेशानी करने वाली है। इस मामले से उदयपुर की सियासत गरमा गई है। कांग्रेस इसे अपने पूर्व सांसद के प्रति षड्यंत्र बता रही है। वहीं राजपूत संगठनों ने इसे समाज का अपमान बताते हुए आंदोलन की चेतावनी दी है। जैसे ही राजनीति गरमाई तो सरकार भी बैकफुट पर आ गई है। पूर्व सांसद के विरोध के चलते गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया ने एक सिपाही को लाइन हाजिर कर दिया है। लेकिन लगता नहीं है कि यह मामला शांत होगा। आनन्दपाल एनकाउंटर, पदमावत फिल्म विवाद से आक्रोशित राजपूत समाज इस घटनाक्रम से नाराज है। वे इसे मेवाड़ राजघराने के पूर्व सदस्य व पूर्व सांसद की बेईज्जती के तौर पर देखा रहा है। इस मामले में वे सरकार व पुलिस को बख्शने के मूड में नहीं है।

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