उपचुनाव हो गए। जबर्दस्त जीत भी मिल गई, लेकिन क्या यह सिर्फ संयोग है या इसके पीछे कुछ और कहानी है कि जीत के बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अब तक एक साथ जीत का जश्न नहीं मनाया है।
अब देखिए ना..अजमेर, अलवर, माण्डलगढ़ के उपचुनाव के परिणाम आए। जीत मिली और पायलट ने जयपुर में जीत का जश्न मनाया। वे पीसीसी में मौजूद रहे। कार्यकर्ताओं के बीच रहे और जब उनसे गहलोत की गैर मौजूदगी के बारे में पूछा गया तो बोले कि वे राष्ट्रीय महासचिव है, उनका आॅफिस दिल्ली में है। उस दिन गहलोत दिल्ली मे जीत के लडडू बांट रहे थे। इसके बाद जब सचिन जीते हुए नेताओं को दिल्ली लेकर पहुंचे और राहुल गांधी से मिलाया तो गहलोत गुजरात होते हुए जोधपुर आ गए। अब गुरूवार को गहलोत ने पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील के सम्मान में टी पार्टी दी तो पायलट एक दिन पहले ही दिल्ली चले गए। इस टी पार्टी में काग्रेस के तमाम बडे नेता मौजूद थे, बस पायलट ही नहीं थे। माना जा रहा है कि गहलोत ने सब नताओं को बुला कर उपचुनाव की जीत का जश्न ही मनाया था। उधर बताया जा रहा है कि सचिन दिल्ली में पत्रकारों को किसान लंच दे रहे थे। यानी आज भी ये दोनों साथ नहीं थे। अब आप खुद बताइए कि यह महज संयोग है या कहानी कुछ और है। खेर जनता और कार्यकर्ता सब कुछ जानता है….