अंबाला । अंबाला के बराड़ा में हर साल की तरह इस बार भी विश्व का सबसे ऊंचा रावण का पुतला जलाया जाएगा। इस बार रावण के पुतले की ऊंचाई 210 फीट है। इस बार की खासियत यह है कि पुतले में इको फ्रेंडली पटाखे लगाए गए हैं और पुतले का दहन रिमोट कंट्रोल से होगा। श्री राम लीला क्लब बराड़ा के प्रधान तेजेंदर चौहान ने बताया इस पुतले को बनाने में जितनी मेहनत करनी पड़ती है उतनी ही मशक्त इसे खड़ा करने में लगती है। 31 वर्षों से क्लब के सदस्य इस पुतले को बनाते आ रहे रहे हैं। पहले इसकी ऊंचाई को हर साल बढ़ाया जाता था, लेकिन अब इस पुतले की ऊंचाई को 210 फीट पर रोक दिया गया है।
लिम्का बुक में दर्ज हो चुका नाम
इस रावण के पुतले में 25 से 30 क्विंटल तक लोहा इस्तेमाल किया गया है। 5 से 6 क्विंटल बांस, 100 किलो फाइबर, 100 किलो कागज और 1 क्विंटल से ऊपर कपड़ा इसमें लगाया गया है। इस पुतले का वजन 4 टन के करीब है। इसे खड़ा करने में आने वाली दिक्कतों को देखते हुए इसका वजन 6 से 4 क्विंटल किया गया है। यह पुतला 5 बार लिम्का बुक ऑफ रेकॉर्ड में अपना नाम भी दर्ज करवा चुका है।
रावण पर पड़ी GST की मार जीएसटी का असर इस रावण के पुतले पर भी पड़ा है। इसको बनाने में आने वाला खर्च इस बार काफी बढ़ गया। हर सामान पर 12 से 18 प्रतिशत तक जीएसटी देनी पड़ी जिससे क्लब वाले नाराज दिखाई दिए। बुराई पर अच्छाई के जीत के प्रतीक इस पुतले के दहन को देखने के लिए लाखों लोग दूर-दराज से यहां पहुंचते हैं। श्री राम लीला क्लब के सामने इसको लेकर दिक्कतें आती हैं क्योंकि प्रशासन से कई बार मैदान की मांग की गई, लेकिन उचित सहयोग नहीं मिला।