-आपसी रंजिश में डबल मर्डर करने का मामला,हत्यारे बिहारी को आजीवन कारावास
जयपुर। शराब के नश्ो में घर आकर हंगामा करने को लेकर हुई रंजिश में वंशहीन करने की धमकी देकर नाहरगढ़ थाना इलाके में 14 अगस्त, 2०12 को मजदूर पेशा व्यक्ति के 13 वर्षीय इकलौते पुत्र शुभम सिंह एवं 11 वर्षीय पुत्री दीपशिखा की चाकू से गला रेत कर नृशंस हत्या करने वाले विजय सिंह (3०) निवासी आरा-बिहार को एडीजे-दो जयपुर मेट्रो नीरज दाधीच ने शुक्रवार को आजीवन कारावास एवं दो लाख रुपए के जुर्माने की सजा से दण्डित किया है। जुर्माना राशि जमा होने पर कोर्ट ने 5० हजार रुपए परिवादी एवं मृत बच्चों के पिता मंजीत सिंह निवासी छबड़ा-बिहार हाल ब्रह्मपुरी जयपुर को देने के आदेश दिए हैं।
राज्य सरकार की ओर से पैरवी करते हुए लोक अभियोजक मुकेश जोशी ने अदालत में 17 गवाहों के बयान करवाए तथा 46 दस्तावेज पेश किए। सजा के समय अदालत में हाजिर हुए परिवादी ने बताया कि उसने अभियुक्त को कोतवाली इलाके में एक दुकान पर नौकरी पर लगवाया था। जहां चोरी करने पर मालिक ने अभियुक्त को नौकरी से हटा दिया जिसको लेकर अभियुक्त ने परिवादी पर नौकरी से निकालवाने का दोषी मान कर रंजिश रखने लगा। शराब के नश्ो में परिवादी के घर आकर हंगामा भी करता था।
14 अगस्त को ट्रॉली रिक्शा चालक परिवादी मंजीत सिंह व उसकी पत्नी मजदूरी करने गई हुई थी। दोपहर ढाई बजे वे घर आए तो बच्चे लहू-लुहान हालत में मृत मिले एवं पडौसी मंगल महावर ने अभियुक्त द्बारा मर्डर कर कमरे से बाहर जाते हुए देखना बताया। गवाहों ने कोर्ट में भी उपरोक्त बयान दोहराए। बाद में पुलिस ने 7 सितम्बर, 2०12 को अभियुक्त को गिरफ्तार कर इस दोहरे हत्याकाण्ड का खुलासा कर दिया था।