जयपुर। राजस्थान के रणथम्भौर, सरिस्का, मुकु न्दरा हिल्स बाघ परियोजना के कोर एवं बफ र में स्थित गांवों तथा टाईगर रिजर्व सीमा से सटे गांवो के 40 हजार परिवारों को एलपीजी गैस कनेक्शन दिए जाएंगे। राज्य सरकार ये गैस कनेक्शन 100 प्रतिशत अनुदान पर देगी। संरक्षित क्षेत्रों में जलाऊ लकड़ी के लिए महिलाओं व पुुरुषों को जंगलों में जाने से रोकने तथा प्रदूषण रहित वातावरण के लिए सरकार ने यह कदम उठाया है। इस फैसले से वन्य जीवों के प्राकृतिक आवास संरक्षित रहेंगे, वहीं जलाऊ लकड़ी लाने के दौरान जंगली जानवरों के हमले से लोगों की मौत व घायल होने की घटनाओं पर अकुंश लग सकेगा। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने पिछले बजट में टाईगर रिजर्व क्षेत्र एवं आसपास के गांवों में नए गैस कनेक्शन में 100 प्रतिशत अनुदान देने और इस वित्तीय वर्ष में 40 हजार गैस कनेक्शन जारी करने की घोषणा की थी। राजे की इस बजट घोषणा को लागू करने के लिए सरकार ने जलाऊ लकड़ी मुक्त ग्राम योजना के तहत इन परिवारों को गैस कनेक्शन देने के लिए कार्ययोजना बनाई है। इस योजना से स्थानीय लोगों को जलाऊ लकड़ी के लिए उनकी वनों पर निर्भरता कम होगी। स्वच्छ ईंधन के उपयोग से प्रदूषण में कमी आएगी और चूल्हे के धुएं से महिलाओं को होने वाली स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से भी मुक्ति मिलेगी। साथ ही महिलाओं के जलाऊ लकड़ी काटने के लिए जंगल जाने में बर्बाद होने वाले समय की बचत होगी और वे सामाजिक-आर्थिक रूप से मजबूत बनेंगी।
गैस कनेक्शन प्राप्त करने से पहले लाभान्वित परिवारों को ग्राम पंचायत कुल्हाड़ी बंद का संकल्प पत्र भरवाएगी। गैस कनेक्शन परिवार की महिला के नाम जारी होगा।