जयपुर। दौसा के समलेटी गांव के पास 22 साल पहले 22 मई 1996 को आगरा से बीकानेर जा रही राजस्थान रोडवेज की बस को बम से उडाने के मामले में फांसी की सजा पाने वाले आंतकी अब्दुल हमीद को बचाने के लिए राज्य के महाधिवक्ता नरपत मल लोढ़ा को किसी अन्जान व्यक्ति ने धमकी भरा हस्तलिखित खत भेजा है। खत में कहा गया कि यदि हमीद को हाईकोर्ट से भी फांसी की सजा मिली तो हाईकोर्ट में तबाही मचा दी जाएगी। खत के शुरू और अंत में समुदाय विशेष का नारा लिखा गया है।

महाधिवक्ता और उनके अधीन आने वाले सरकारी वकील आरएसएस से जुडे हैं। इसके बाद प्रशासन ने एजी सहित अन्य संबंधित वकीलों की सुरक्षा बढ़ा दी। हाईकोर्ट परिसर में भी विशेष पुलिस बल के साथ-साथ सादा वर्दी में पुलिसकर्मी तैनात कर दिये गये। खत की जानकारी मिलने के बाद बुधवार को न्यायाधीश के एस झवेरी और न्यायाधीश वी के व्यास की खंडपीठ ने मामले की सुनवाई 9 मई तक टाल दी। ज्ञातव्य है कि इस बम विस्फोट में 14 यात्रियों की मौत और 37 अन्य घायल हो गए थे। बांदीकुई के एडीजे कोर्ट ने जनवरी 2०15 में अब्दुल हमीद को फांसी एवं कश्मीर निवासी आधा दर्जन आरोपियों को उम्रकैद की सजा सुनाई थी। हमीद की फांसी की सजा की पुष्ठी के लिए सरकार ने हाईकोर्ट में डेथ रेफरेंस पेश कर रखा है एवं अभियुक्त ने भी आदेश को चुनौती दे रखी है।

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