बेंगलूरू। कर्नाटक भाजपा ने आरोप लगाया है कि राज्य में सिद्धारमैया के नेतृत्व वाली सरकार उसके कार्यकर्ताओं को निशाना बनाने के लिये पश्चिम बंगाल एवं केरल का मॉडल अपना रही है और ‘‘राजनीतिक हत्याएं’’ कर रही है।कर्नाटक भाजपा डिजिटल कम्युनिकेशंस टीम ने कल सोशल मीडिया साइट फेसबुक पर एक बयान जारी कर ये आरोप लगाये।इसके अनुसार, ‘‘कर्नाटक के इतिहास में लोगों ने कभी इतनी बड़ी संख्या में राजनीतिक हत्याएं नहीं देखी थी। सिद्धारमैया के शासन में कर्नाटक ऐसी राजनीतिक हत्याओं को अंजाम देने के लिये पश्चिम बंगाल एवं केरल के मॉडल का अनुसरण कर रहा है।’’ टीम ने यह भी आरोप लगाया कि राज्य के इतिहास में कभी किसी राज्य मंत्री (के जे जॉर्ज) के ऊपर एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी की मौत से संबंधित मामले में आरोप नहीं लगे थे।पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) एम के गणपति की कथित आत्महत्या के संदर्भ में दर्ज प्राथमिकी में सीबीआई ने पिछले साल जॉर्ज का नाम बतौर आरोपी शामिल किया था।
भाजपा की सोशल मीडिया टीम ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां चार फरवरी को अपनी जनसभा के दौरान कर्नाटक में इन हत्याओं को लेकर ‘‘इज ऑफ डूइंग मर्डर’’ का सही अर्थ में उल्लेख किया।टीम ने सिद्धारमैया के उस दावे पर भी निशाना साधा जिसमें उन्होंने कहा था कि कर्नाटक में अपराध की दर उत्तर प्रदेश एवं मध्य प्रदेश से कम है।इसके अनुसार, ‘‘किसी प्रगतिशील राज्य की तुलना उत्तर प्रदेश एवं मध्य प्रदेश से करना गलत है, जो आबादी के उच्च घनत्व के कारण विभिन्न समस्याओं का सामना कर रहे हैं। यह कन्नड़ लोगों का अपमान है।’’ भ्रष्टाचार के संबंध में मुख्यमंत्री द्वारा मोदी के बयान की आलोचना पर इसने दावा किया कि लोकायुक्त एवं भ्रष्टाचार रोधी ब्यूरो में सिद्धारमैया के खिलाफ 67 मामले लंबित हैं। मुख्यमंत्री ने मोदी के बयान की आलोचना करते हुए कहा था कि मोदी को भ्रष्टाचार के बारे में बोलने का कोई अधिकार नहीं है खासकर तब जब राज्य में भाजपा के मुख्यमंत्री बी एस येदीयुरप्पा को भ्रष्टाचार के आरोप में जेल जाना पड़ा था।