नई दिल्ली। भाजपा से निलंबित नेता और सांसद कीर्ति आजाद की पत्नी पूनम आजाद ने आम आदमी पार्टी ज्वाइन करते हुए केन्द्र की भाजपा सरकार पर तीखे प्रहार किए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी आड़े हाथ लिया। आप में आने के बाद पूनम आजाद ने कहा, उसने केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली की वजह से बीजेपी छोड़ी। आप में युवाओं को चमकने का मौका मिल सकता है। मैं आप में भविष्य देखती हूं खासकर युवा लोगों के लिए। मैंने बीजेपी अरुण जेटली द्वारा किए गए बुरे बर्ताव की वजह से छोड़ी। बहुत बार वादा करने के बावजूद उन्होंने हमें टिकट नहीं दी। इसके साथ ही भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने पर उन्होंने मेरे पति को ही सस्पेंड कर दिया। बीजेपी दोहरा रवैया अपना रही है। पूनम ने 500 और 1000 के नोट को बंद करने के फैसला का भी समर्थन नहीं किया। उन्होंने कहा कि फैसले से आम लोगों को परेशानी हो रही है। उसने यह भी कहा, आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भ्रष्टाचार खत्म करने की बात कह रहे हैं। मेरे पति ने भ्रष्टाचार उठाया तो उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया है। पूनम आजाद ने 2003 ने दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के खिलाफ बीजेपी से चुनाव भी लड़ा था। उन्होंने शीला को कड़ी टक्कर दी लेकिन फि र भी उन्हें पार्टी में वह महत्व नहीं दिया गया जिसकी वह हकदार थीं। कार्यकर्ता का कहना है कि ऐसा बर्ताव कीर्ति आजाद द्वारा बीजेपी नेताओं के खिलाफ चल रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने के बाद शुरू हुआ था। पूनम ने रविवार को दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया समेत अन्य वरिष्ठ नेताओं के सामने आम आदमी पार्टी की सदस्यता ली। उधर, आप ने कहा कि पूनम पंजाब में होने वाले विधानसभा चुनाव में अहम भूमिका निभाएंगी। गौरतलब है कि कीर्ति आजाद बिहार के दरभंगा से सासंद है। उन्होंने दिल्ली एंड डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन में भ्रष्टाचार की बात करने पर बीजेपी से सस्पेंड कर दिया गया था।
वैसे इस कीर्ति आजाद ने खुद एक भ्रष्टाचारी के घर में जन्म लिया है जिसने करोड़ों का कालाधन इकट्ठा किया हुआ है। इस क्रिकेटर के पिता भागवत झा आजाद एक समय बिहार के मुख्यमंत्री रहे हैं जब मनवादियों का कहर दलित-आदिवासियों पे जोरों पे था। करोड़ों की संपत्ति बनाई और बेटे को अपने संपर्कों की बदौलत भारतीय क्रिकेट टीम में प्रवेश करवाया। आज ये दूध का धुला बन रहा है, और अपनी बीवी को आम आदमी पार्टी में भेज रहा है।
So is true about Bharat. Those who first allowed Alexander to enter Bharat and fought against Porus normally talk about Bharat. They keep 2000 yrs suffering of Bharat on one side. That group is trying to emerge as a force and trying to do all undone of the past. Their Bharat is that after Alexander era and no consideration of Vedic period and people. This psychlogy is persisting till today. So real people will definitely suffer. No strange for me except to feel weak.
Jai seva jai johar jai GONDWANA
Sada khush raho
Abe to aaj we pehle jab bjp mai that jab kirti azad saaf daaman that aaj aap mai chala gaya to bhrasht ho gaya wah reh wah modi sarkar aaj unke father aur poori family bhrast saabit kardi