नयी दिल्ली। राष्ट्रीय राजमार्ग पर चलने वालों को जल्द ही बड़ी राहत मिल सकती है। सरकार एक ऐसी नीति लाने जा रही है जिसमें यात्रियों को सिर्फ उतना टोल ही देना होगा, जितने राजमार्ग का उन्होंने इस्तेमाल किया। अभी तक सभी को एक समान दर से टोल देना होता है। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग सचिव युद्धवीर सिंह मलिक ने आज कहा कि सरकार इसके लिए एक कुशल परिवहन प्रबंधन प्रणाली पर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि एक बंद टोल नीति के बजाय हमें कुशल परिवहन प्रबंधन प्रणाली के जरिये खुली टोल नीति की शुरुआत करनी चाहिए। इसमें आपको सिर्फ उतना टोल देना होगा जितनी सड़क का आप इस्तेमाल करेंगे।
उद्योग मंडल पीएचडीसीसीआई द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में मलिक ने कहा, ‘‘हम जल्द इस नीति को लेकर आ रहे हैं। एक साल या आगे हम इसे लागू कर पाएंगे।’’ अमेरिका, आस्ट्रेलिया सहित कई देश यात्रा की दूरी के हिसाब से टोलिंग प्रणाली पर काम कर रहे हैं।’‘’ मलिक ने कहा कि रोल आन, रोल आफ :रो-रो: फेरी की योजना सूरत के लिए भी बनाई गई है जो दूसरी तरफ गुजरात के लिए होगी। इससे करीब 600 से 700 करोड़ रुपये की बचत होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले सप्ताह 615 करोड़ रुपये की रो-रो फेरी सेवा का शुभारंभ किया था। यह सेवा सौराष्ट्र के भावनगर जिले के घोघा को भरुच जिले के दाहेज से जोड़ेगी। इसी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अश्विनी लोहानी ने कहा कि अहमदाबाद से मुंबई के बीच चलने चलने बुलेट ट्रेन 508 किलोमीटर की दूरी तीन घंटे में तय करेगी। यह परियोजना 2022 तक पूरी होगी।