नई दिल्ली। एनएचएआई ने लोगों की परेशानी को देखते हुए अब उनकी परेशानियों को कम करने का हल निकाल लिया है। जिससे लोगों के समय और ईंधन की बचत हो सकेगी। उसके लिए उन्हें एक छोटा सा काम करना होगा। उसके बाद वे टोल पर बेवजह रूकने और इंतजार करने की समस्या से निजात पा सकेंगे। जी हां! नेशनल हाईवे के टोल नाके से लंबी लाइन खत्म करने और टोल के ई- भुगतान को बढ़ावा देने के लिए एनएचएआई ने एक सितंबर से फास्टैग शुरू कर दिया है। इससे इन टोल प्लाजा पर वाहनों को रुकने की जरूरत नहीं होगी और वे तेजी से निकल सकेंगे। इससे यात्रियों के समय और ईंधन दोनों की बचत होगी। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने एक बयान में कहा है कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने इलेक्ट्रॉनिक टोल क्लेकशन में पहली बड़ी उपलब्धि हासिल की है। एक सितंबर से सभी टोल प्लाजा पर एक फास्टैग लेन चालू कर दी गई है। फास्टैग लगे वाहनों को टोल प्लाजा पर रुकने की जरूरत नहीं होगी और वे तेजी से बिना किसी रुकावट आगे जा सकेंगे।
अगले माह से सभी वाहनों पर फास्टैग अनिवार्य
फास्टैग आरएफआईडी टैग है, जो बैंकों और साझा सेवा केंद्रों के जरिये आॅफलाइन और आॅनलाइन दोनों तरीके से उपलब्ध हैं। आपको बता दें कि हजारों की संख्या में लोगों ने पिछले दो हफ्ते से भी कम समय में इस एप को डाउनलोड किया है। साथ ही, फास्टैग खरीदा है। 31 अगस्त, 2017 तक फास्टैग की पहुंच बढ़कर 18 फीसदी हो गई है। सरकार ने एक अक्टूबर, 2017 से बेचे जाने वाले सभी वाहनों पर फास्टैग को अनिवार्य कर दिया है।