corona viras

जयपुर। चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कोविड-19 के गंभीर मरीजों के इलाज के लिए टोसिलीजूमेब और रेमडीसीविर इंजेक्शन को प्रदेश की मेडिकल कॉलेजों में उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। ये इंजेक्शन सवाई मानसिंह अस्पताल के वरिष्ठ विशेषज्ञों द्वारा तैयार किए गए हैं। डॉ. शर्मा ने कहा कि कोविड-19 के मैनेजमेंट में सबसे महत्वपूर्ण कोराना के कारण होनी वाली जनहानि को रोकना है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत की मंशा है कि प्रदेश में कोरोना के चलते किसी की भी मृत्यु ना हो। उन्होंने कहा कि इसी कड़ी में जयपुर, जोधपुर, बीकानेर, कोटा, अजमेर, और उदयपुर की मेडिकल कॉलेजों में टोसीलीजूमाब और रेमडीसीविर इंजेक्शन उपलब्ध कराने की व्यवस्था की है।

चिकित्सा मंत्री ने कहा कि जयपुर मेडिकल कॉलेज से जयपुर, अलवर, दौसा, झुंझनूं, सीकर, धौलपुर, करौली, सवाईमाधोपुर आदि जिले इंजेक्शन प्राप्त कर सकते हैं। इसी तरह जोधपुर मेडिकल कॉलेज से जोधपुर, जैसलमेर, बाड़मेर, जालौर, पाली, सिरोही जिले, बीकानेर मेडिकल कॉलेज से बीकानेर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, चुरू जिले, कोटा मेडिकल कॉलेज से कोटा, बूंदी, झालावाड़, बारां जिले, अजमेर मेडिकल कॉलेज से अजमेर, टोंक, नागौर, भीलवाड़ा और उदयपुर मेडिकल कॉलेज से उदयपुर, राजसमंद, प्रतापगढ़, डूंगरपुर, बांसवाड़ा व चित्तौड़गढ़ जिले इंजेक्शन प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि भविष्य में आवश्यकता के अनुसार मांग की पूर्ति आरएमएससीएल के द्वारा की जाती रहेगी।

उन्होंने बताया कि इस विशेष इंजेक्शन परिणाम सौ फीसद रहा है। इसकी कीमत करीब 40 हजार रुपए है। राज्य सरकार ने महंगा होने के बावजूद इसे सभी मेडिकल कॉलेजों में उपलब्ध कराने की व्यवस्था की है। सरकार का मत है कि सभी जरूरतमंदों को इसका लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि राज्य स्तरीय चिकित्सा विशेषज्ञ समूह के अनुसार इस इंजेक्शन का उपयोग गंभीर कोरोना मरीजों में समुचित टेस्टिंग के बाद आवश्यकता होने पर ही विशेषज्ञों के सुपरविजन में किया जाना चाहिए।

डॉ. शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार कोरोना को लेकर पूर्णतया सजग और सतर्क है और कोरोना को नियंत्रित करने के हरसंभव प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार के साथ आमजन भी अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए कोरोना के सभी प्रोटोकॉल की पालना करते हुए जीवन जिएंगे तो कोरोना को हराना आसान होगा।

LEAVE A REPLY