जोधपुर. पिछले 25 वर्षो से भूमण्डलीकरण के नाम से चल रही जनविरोधी नीतियों के चलते भारतीय अर्थव्यस्था बहुआयामी संकटों से घिर गई है। हमारा रूपया 1990- 91 मे 17.9 रूपये प्रति डालर से कमजोर होते होते अब 68.2 रूपये प्रति डालर तक पहुªच गया है। इस बीच बड़ी बड़ी विदेशी कम्पनियों और चीन के सामानों के हमारे बाजार को बुरी तरह से कब्जे मे ले रहा है। बाजारों मे चीन के सामानों के वर्चस्व के कारण हमारे अधकांश लघु-कुटीर उद्योगो के भूमण्डलीकरण के भेंट चढ गये है वर्ष 2015-16 में भारत से मात्र 9 अरब डाॅलर का निर्यात चीन को किया गया जबकि चीन से 61.8 अरब डाॅलर का आयात किया गया इस कारण हमे चीन से 52. 8 अरब डाॅलर का लागातार घाटा हुआ है। लगातार बढते चीन के साथ व्यापार के कारण देश पर विदेशी कर्जा बढता जा रहा है। छोटे बड़े उद्योग बन्द हो रहे है। हमारे रोजगार खत्म हो रहे है। यह विचार स्वदेशी जागरण मंच के प्रान्त संयोजक धमेन्द्र दुबे महानगर अभियान टोली को सम्बोधित करते हुए कहे। महानगर संयोजक अनिल महेश्वरी ने बताया कि चीन से होने वाले नुकसान से स्वदेशी जागरण मंच में राष्ट्रीय स्वदेशी सुरक्षा हस्ताक्षर अभियान शुरू किया है। जिसमें अभी तक 25 हजार जोधपुरवासियों ने हस्ताक्षर कर चीन सामान के बहिष्कार का संकल्प लिया जा चुका है। 12 मार्च तक चलने वाले अभियान में 4 लाख नगरवासियों से हस्ताक्षर करवाकर संकल्प लेने का लक्ष्य रखा है। इस अभियान के माध्यम से देश के प्रत्येक नागरिक केा चीन के सामान का बहिष्कार करने के लिए जागरूक करने के अभियान को गति मिली है।

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