जयपुर। राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा है कि उनका फोकस प्रदेश में विकास की दृष्टि से पिछड़े और जनजाति बहुल क्षेत्रों में विकास के साथ ही जनजाति लोगों की पीड़ाओं, दुःखों और अभावों तथा समस्याओं के निराकरण पर रहेगा। इसके लिए अपनी ओर से जो भी पहल एवं प्रयास संभव होंगे, करेंगे।
राजयपाल बासवाडा जिले के सागेता गावं में ग्रामीणों के सवाद कर रहे थे।उन्होंने कहा कि प्रदेश के जनजाति क्षेत्रों के हालात जानने, प्राकृतिक आपदा के उपरान्त की स्थितियों का अवलोकन करने तथा जनजाति विकास की प्रक्रिया को तेज करने में भागीदारी निभाने के लिए ही उन्होंने अपना दौरा तय किया है और इसमें वे राजस्थान के जनजाति और पिछड़े क्षेत्रों को देखेंगे, वहां के ग्रामीणों से रूबरू होंगे और उनकी समस्याओं के समाधान तथा विकास में सहभागी बनकर पूरा-पूरा सहयोग देंगे।
जनजाति क्षेत्रों के ग्रामीण राज्यपाल को अपने बीच पाकर तथा उनसे सीधे बातचीत कर अभिभूत हो उठे। उन्होंने राज्यपाल का स्वागत किया और अपने मन की बातें खुलकर उनके समक्ष की। राज्यपाल श्री कलराज मिश्र ने भी जनजाति स्त्री-पुरुषों की साफगोई, सरल-सहज अभिव्यक्ति और माधुर्य से भरे आतिथ्य की सराहना की और कहा कि यहां आकर उन्हें बहुत अच्छा लगा है, सुकून मिला है।
उन्होंने कहा कि वे जनजाति क्षेत्र और यहां के लोगों की समस्याओं और अभावों को देखने-जानने और समझने के लिए आए हैं तथा इनके निराकरण के लिए अपनी ओर से भरपूर पहल एवं प्रभावी प्रयास करेंगे ताकि यहां के लोगों का जीवनस्तर ऊँचा उठे और विकास की मुख्य धाराओं का लाभ प्राप्त कर आगे बढ़ सकें और प्रदेश की प्रगति में भागीदार बन सकें।
उन्होंने कहा कि जनजाति विकास और जनजाति क्षेत्रों के उत्थान के लिए प्रदेश के स्तर पर भी ठोस प्रयास किए जाएंगे। प्रत्यक्ष मिलकर भी इस दिशा में बहुत कुछ करेंगे और जो कुछ सहयोग बन पड़ेगा, किया जाएगा।
राज्यपाल ने बासंवाड़ा जिले के सागेता गांव की समस्याओं के बारे में जानकारी चाही। इस पर एक ग्रामीण ने गांव की कच्ची सड़क को पक्की बनवाने का आग्रह किया। राज्यपाल ने आश्वस्त किया कि ग्रामीणों की मांगों को पूरा करने तथा समस्याओं के निराकरण की दिशा में सार्थक प्रयास किए जाएंगे।