नयी दिल्ली। सरकार ने आज बताया कि केंद्रीय विद्यालयों में त्रिभाषा फार्मूले का क्रियान्वयन किया जा रहा है जिसके तहत छठवीं से आठवीं कक्षा तक के विद्यार्थियो को अनिवार्य रूप से हिंदी, अंग्रेजी तथा संस्कृत पढ़ाई जाती है। मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा ने आज राज्यसभा को एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि त्रिभाषा फार्मूला के अनुसार, सभी केंद्रीय विद्यालयों में छठवीं से आठवीं कक्षा तक छात्रों को अनिवार्य रूप से हिंदी, अंग्रेजी और संस्कृत पढ़ाई जाती है। इसके अतिरिक्त केंद्रीय विद्याालयों की शिक्षा संहिता के अनुच्छेद 112 के अनुसार, सभी विद्यार्थियों के लिए छठवीं कक्षा से अतिरिक्त भाष के रूप में एक क्षेत्रीय भाषा का अध्ययन करने का विकल्प है बशर्ते इसकी मांग हो या विद्यार्थियों की पर्याप्त संख्या हो। कुशवाहा ने बताया कि इसे देखते हुए देश के विभिन्न केंद्रीय विद्यालयों में हिंदी और संस्कृत के अलावा, गुजराती, कन्नड़, उड़िया, पंजाबी, तमिल, मलयालम, उर्दू, असमी और बांग्ला पढ़ाई जाती है।