जयपुर। वित्तीय वर्ष 2017-18 में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के अंतर्गत बीस सूत्री कार्यक्रम के तहत प्रदेश के सभी जिलों नेे बेहतर उपलब्धि हासिल करते हुए ’ए’ श्रेणी का स्थान प्राप्त किया है। विभाग की शासन सचिव मुग्धा सिन्हा ने बताया कि प्रदेश के सभी जिलों में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अंतर्गत अन्त्योदय एवं अन्य पात्र परिवारों के लिए वित्तीय वर्ष 2017-18 में बीस सूत्री कार्यक्रम के तहत प्रदेश के सभी 33 जिलों की उपलब्धि 90 फीसदी से अधिक रही, जिसके लिए सभी जिलों को ’’ए’’ श्रेणी मिला है।
सिन्हा ने बताया कि प्रदेश की कुल उपलब्धि 95.63 फीसदी रही, जिसमें अजमेर जिले ने 96.14 फीसदी, अलवर ने 91.74, बांसवाडा ने 97.80, बारां ने 100, बाडमेर ने 96.91, भरतपुर ने 97.28, भीलवाडा ने 97.10, बीकानेर ने 94.28, बूंदी ने 96.50, चित्तौडगढ ने 93.47, चूरू ने 98.98, दौसा ने 91.87, धौलपुर ने 100, डूंगरपुर ने 98.41, गंगानगर ने 93, हनुमानगढ ने 93.87, जयपुर ने 95.36, जैसलमेर ने 95.39, जालोर ने 96.11, झालावाड ने 97.39, झुन्झुनूं ने 98.26, जोधपुर ने 92.53, करौली ने 91.04, कोटा ने 94.54, नागौर ने 96.83, पाली ने 97.98, राजसमन्द ने 99.22, सवाई माधोपुर 93.88, सीकर ने 96.52, सिरोही ने 96.11, टोंक ने 92.30, उदयपुर ने 93.25 और प्रतापगढ जिले ने 96.32 फीसदी उपलब्धि हासिल करते हुए ’’ए’’ श्रेणी का स्थान प्राप्त किया है।