जयपुर। देश भर के ट्रक आॅपरेटर्स बीस जुलाई को चक्का जाम करेंगे,वो भी पूरे देश में। ट्रक मालिक अपनी मांगों को लेकर राष्ट्रव्यापी हडताल और चक्का जाम की तैयारियों में है। करीब एक करोड़ ट्रकों के पहिए देश भर में रुक जाएंगे। मांगों को लेकर वे लम्बे समय से केन्द्र सरकार को ज्ञापन दे रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। ट्रांसपोटर्स हाइवे पर लगने वाले टोल पर रोक लगाने की मांग उठाते रहे हैं।
साथ ही डीजल के दामों को कंट्रोल करने की कह रहे हैं। इन दोनों के अलावा दूसरी ओर भी कई मांगे है, जिससे ट्रांसपोर्ट व्यवसाय पर विपरीत असर पड़ रहा है। आॅल इंडिया मोटर्स ट्रांस्पोर्ट कांग्रेस के अध्यक्ष एच.के मित्तल ने कहा कि देश भर में जगह-जगह खोल दिए टोल वसूली केन्द्रों व डीजल के बढ़ते दामों से ट्रांसपोटर्स अपना कारोबार कर पाने में मुश्किल होने लगी है। हर सौ व डेढ़ सौ किलोमीटर पर टोल वसूली केन्द्र है, जिन पर भारी भरकम टोल देना पड़ रहा है। किराये से ज्यादा टोल देना पड़ रहा है। ट्रांसपोटर्स को टोल बैरियर से मुक्त किया जाना चाहिए।
रोड टैक्स, कॉमर्शियल टैक्स देने के बावजूद टोल टैक्स वसूला जा रहा है। टोल बैरियर पर ट्रकों को घंटों लाइन में खड़ा होना पड़ता है। वहीं आए दिन डीजल के दामों में उतार चढ़ाव से भी व्यापार प्रभावित हो रहा है। तीन महीने में एक बार ही डीजल के दामों में कोई बदलाव होना चाहिए। ट्रक मालिकों का कहना है कि सरकार ने गंभीरता नहीं दिखाई तो हड़ताल लम्बी खींच सकती है।