जयपुर। हमारे देश में गुरु और डॉक्टर को जो दर्जा हांसिल है वह शायद ही किसी को नसीब हो मगर कोई ऐसे पवित्र पेशे को बदनाम करे तो लोगों का उस पर से विश्वास ही उठ जाता है। जब ऐसे शिक्षक होंगे तो वे क्या देश का भविष्य तय करेंगे कैसी शिक्षा देंगे। और ऐसे डॉक्टर होंगे तो लोगों को अपने स्वास्थ्य के लिए किसके पास जाना पड़ेगा। दोनों की पवित्र पेशे को किस तरह से बदनाम और तार-तार कर दिया है इन लोगों ने। राजस्थान में सीकर जिले के हरदास गांव में एक प्राइवेट स्कूल के दो शिक्षक 12वीं कक्षा की छात्रा के साथ दो माह तक सामूिहक दुष्कर्म करते रहे, इतना ही नहीं छात्रा के गर्भवती होने पर शिक्षकों ने एक स्थानीय चिकित्सक से उसका गर्भपात भी करा दिया। अब पुलिस में मामला दर्ज होने के बाद दोनों शिक्षक फरार हो गए। पुलिस उनकी तलाश कर रही है। पुलिस के अनुसार गांव में स्थित जनता बाल विघा मंदिर उच्च माध्यमिक विघालय में अध्ययनरत 12 वीं कक्षा की एक छात्रा के साथ दो माह तक दो शिक्षकों ने सामूहिक दुष्कर्म किया।
अपने साथ हो रही इस हरकत से परेशान छात्रा के गुमुसुम रहने के बावजूद परिजनों ने ध्यान नहीं दिया। इसी बीच छात्रा ने अचानक 20 अगस्त से स्कूल जाना बंद कर दिया, मां ने जब कारण पूछा तो उसने पेट दर्द की शिकायत की। इस पर मां और भाई छात्रा को दिखाने अस्पताल लेकर गए। इसकी भनक दुष्कर्मी शिक्षक जगदीश यादव को लग गई और वह भी अस्पताल पहुंच गया। उसने छात्रा की मां और भाई को समझाया कि यह अस्पताल अच्छा नहीं है, वह दूसरे किसी अस्पताल में दिखवाने की व्यवस्था करा देगा। छात्रा की मां और भाई शिक्षक की बातों में आ गए। इसके बाद 25 अगस्त को शिक्षक जगदीश यादव के कहने पर पास के ही शाहपुरा कस्बे में स्थित एक प्राइवेट अस्पताल मे लेकर पहुंचे। जगदीश वहां पहले से ही मौजूद था। छात्रा का चैकअप करते हुए अस्पताल के चिकित्सकों रजनीश शर्मा और कानन शर्मा ने पेट में खराबी बताते हुए आॅपरेशन करने की बात कही। छात्रा की अनपढ़ मां आॅपरेशन कराने के लिए तैयार हो गई और चिकित्सकों ने आॅपरेशन के नाम पर छात्रा का गर्भपात कर दिया। छात्रा तीन दिन तक अस्पताल में भर्ती रही, इसके बाद वह घर आ गई। 4 सितम्बर को छात्रा की हालत बिगड़ गई, इस पर परिजन फिर उसे अस्पताल ले गए। वहां चिकित्सकों ने हालत खराब बताते हुए छात्रा को जयपुर के लिए रफैर कर दिया।
जयपुर अस्पताल में भर्ती छात्रा ने अपने भाई पन्नूराम को शिक्षकों की करतूत बताई। छात्रा ने बताया कि दो शिक्षक जगदीश यादव और जगन सिंह एक्सट्रा क्लास के बहाने उसे शाम के समय स्कूल बुलाते थे और फिर दोनों मिलकर दुष्कर्म करते थे। यह बात किसी को बताने पर परीक्षा में फेल कराने और परिजनों को जान से मार देने की धमकी भी देते थे। अपनी बहन से पूरी कहानी सुनने के बाद भाई पन्नू राम ने दोनों शिक्षकों के खिलाफ अजीतगढ़ पुलिस थाने में जबरन दुष्कर्म और गर्भपात कराने का मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस थाना अधिकारी का कहना है कि दोनों शिक्षक फरार हो गए,उन्हे तलाशने के प्रयास किए जा रहे है । गर्भपात करने वाले चिकित्सकों से भी पूछताछ की जा रही है। अब सारी बात पुलिस और प्रशासन पर आ टिकी है कि वे इस कृत्य को किस अंजाम तक पहुंचाते हैं ऐसे करने वाले डॉक्टर का लाईसेंस कैंसिल होना चाहिए तथा उसकी डिग्रियां छीन लेनी चाहिए। साथ ही उन गुनहगार शिक्षकों को भी ऐसी कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए की भविष्य में कोई और ऐसी हिमाकत करने की न सोच पाए।