– भरतपुर और बयान में अलग-अलग चलेगा आंदोलन। भरतपुर में आज दूसरे गुट की महापंचायत
जयपुर। ओबीसी में वर्गीकरण करके गुर्जर समाज समेत पांच जातियों को अलग से आरक्षण दिए जाने की मांग पर फिर से आंदोलन की राह पर निकल रहे गुर्जर समाज का आंदोलन इस बार बिखराव की राह पर है। आंदोलन शुरु होने से पहले ही विवादों में आ गया है। कर्नल किरोडी सिंह बैसला गुट ने आरक्षण आंदोलन पन्द्रह मई से बयाना से शुरु करने की घोषणा की है तो दूसरे गुट ने भी आज भरतपुर में महापंचायत करके अलग से आरक्षण आंदोलन शुरु करने का ऐलान किया है। हालांकि महापंचायत में ही आरक्षण आंदोलन की रुपरेखा तय की जाएगी। गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के बैनर तले कर्नल किरोडी सिंह बैंसला पन्द्रह मई से होने वाले महापड़ाव को लेकर प्रदेश भर में दौरे भी कर रहे हैं। वहीं आज गुरुवार को भरतपुर में भी एक अन्य गुट ने महापंचायत बुलाई है।
जिसमें आरक्षण आंदोलन की रणनीति बनाई जाएगी। दूसरे गुट का आरोप है कि कर्नल बैंसला आरक्षण के लिए कुछ नहीं कर रहे हैं। वे सरकार के कहे अनुसार चलते हैं और आंदोलन को वापस ले लेते हैं। इस बार गुर्जर समाज आर-पार की लड़ाई के मूड में है। गुर्जर, रैबारी समेत पांच जातियों को ओबीसी में वर्गीकरण करके अलग से पांच फीसदी आरक्षण की मांग को लेकर आर-पार का आंदोलन किया जाएगा। भरतपुर में महापंचायत करने वाले गुट के नेता पूर्व सरपंच विजय राम ने आरोप लगाया कि कर्नल बैंसला से समाज का विश्वास उठ गया है। वे सिर्फ अपनी दुकान चला रहे हैं। गुर्जर समाज को धोखा दे रहे हैं। गुर्जर आरक्षण आंदोलन को लेकर आज सैकड़ों पंच-पटेल भरतपुर में जुटेंगे, जो आर-पार की लड़ाई का फैसला लेंगे।
उधर, कर्नल बैंसला ने मीडियाकर्मियों से कहा कि दूसरे गुट का आरक्षण आंदोलन से कोई संबंध नहीं है। वे कुछ लोग हैं, जिन पर समाज भी विश्वास नहीं करता है। पन्द्रह मई को महापड़ाव शुरु करेंगे, जो आरक्षण आंदोलन तक चलेगा। वहीं गुर्जर आरक्षण आंदोलन को लेकर सरकार भी घबरा हुई है। मंत्री और अफसर गुर्जर समाज की मांगों के अध्ययन में लगे हुए हैं। ओबीसी वर्गीकरण को छोड़ शेष सभी मांगों को गंभीरता से विचार कर रहे हैं, जबकि गुर्जर समाज इस बार आर-पार की लड़ाई के मूड में है।