जयपुर। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अपने केबिनेट विस्तार के साथ ही कुछ मंत्रियों के विभागों में फेरबदल किया। इस क्रम में स्वायत्त शासन विभाग (यूडीएच) में भी फेरबदल हु़आ। मुख्यमंत्री राजे ने यूडीएच महकमा राजपाल सिंह शेखावत से लेकर श्रीचंद कृपलानी को सौेंपा। फेरबदल का यह कार्य सरकार के स्तर पर तो हुआ। लेकिन प्रशासनिक स्तर पर यह देखने को नहीं मिल रहा है। जहां Jaipur Development Authority – Rajasthan के पोर्टल पर तो राजे के साथ श्रीचंद कृपलानी नजर आते हैं। फिर भी Official Website of Jaipur Development Authority पर आज भी शेखावत ही जमे हुए हैं। वेबसाइट अपडेट का जिम्मा संभालने वाली संस्था की लापरवाही के चलते प्रदेश का आम नागरिक ऊहापोह की स्थिति में बना हुआ है। लोगों को समझ नहीं आ रहा कि आखिर कृपलानी यूडीएच मंत्री हैं या फिर राजपाल सिंह शेखावत।
-सरकार के दावे हुए हवा
तकनीक के मामले में प्रदेश को देशभर में अव्वल बनाने के सरकारी दावे अब हवा होने लगे हैं। सरकार के मंत्रीमण्डल में फेरबदल हुए महीनेभर से अधिक का समय हो गया। साथ ही संबंधित मंत्रियों व अधिकारियों ने कामकाज भी संभाल लिया। फिर भी सरकारी वेबसाइटों/पोर्टल को अपडेट करने वाली संस्था सरकार की मंशा को नहीं भांप सकी है। यही वजह है कि आमजन से जुड़ी इस महत्वपूर्ण साइट को आज तक अपडेट नहीं किया गया। जबकि सरकार द्वारा इस कार्य का जिम्मा संभालने वाली संस्था को मोटी रकम भुगतान के तौर पर दी जाती है। इसके उपरांत भी संबंधित संस्था अपना कार्य प्रभावित तरीके से न कर आमजन की उलझनों को बढ़ाने में सहायक ही साबित हो रही है।
– हर स्तर पर लापरवाही
वेबसाइट को अपडेट करने के मामले में संबंधित संस्था किस कदर बेपरवाह बनी हुई है। इसका उदाहरण जेडीए के पूर्व आयुक्त रहे शिखर अग्रवाल के मामले में देखा जा सकता है। होटल राजमहल पैलेस के मामले में कार्रवाई कर सुर्खियों में आए तत्कालिन जेडीसी शिखर अग्रवाल को सरकार ने गत वर्ष 7 नवंबर को हटा दिया। साथ ही उनके साथ वैभव गैलरिया को जेडीसी का पद सौंपा। यहां गैलरियां ने जेडीसी का पद ग्रहण कर कार्य शुरू कर दिया। लेकिन Official Website of Jaipur Development Authority में आज भी शिखर अग्रवाल का ही नाम आ रहा है। ऐसे में अब सवाल खड़ा होने लगा है कि आखिर जेडीए की Jaipur Development Authority – Rajasthan को सही माना जाय या फिर Official Website of Jaipur Development Authority को।