जयपुर। शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अभिनव सोच से उपजी प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना नारी सशक्तिकरण की प्रतीक है। प्रधानमंत्री ने देश की आधी आबादी को स्वास्थ्य, प्रदूषण रहित वातावरण एवं सशक्तिकरण के लिए यह नायाब तोहफा दिया है। साथ ही योजना देश की वन सम्पदा को बढ़ाने वाली भी साबित होगी। देवनानी ने शुक्रवार को अजमेर से काजीपुरा गांव में प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत गैस कनेक्शन वितरित किए। उन्होंने कहा कि यह योजना नारी सशक्तिकरण और महिलाओं को स्वस्थ वातावरण देने के लिए अब तक की सबसे बड़ी योजना है। इस योजना के तहत अब तक देश में 4.82 करोड़ आवेदन प्राप्त हुए है। इनमें से 3.56 करोड़ कनेक्शन जारी किए जा चुके हैं। योजना के तहत अब तक 80.91 प्रतिशत एलपीजी कवरेज का लक्ष्य हासिल किया जा चुका है। योजना के तहत 70 प्रतिशत लाभार्थियों को गैस स्टोव एवं प्रथम सिलेंडर रिफिल लोन से लाभान्वित किया जा चुका है।
देवनानी ने कहा कि योजना के तहत अधिकाशंतः अनुसूचित जाति, जनजाति एवं बीपीएल परिवारों को लाभान्वित किया गया है। केन्द्र सरकार ने मार्च 2019 तक देशभर में एक लाख एलपीजी पंचायत तैयार करने का लक्ष्य रखा है। इसके तहत प्रथ्ज्ञम बार एलपीजी का उपयोग करने वाले उपभोक्ताओं की सुरक्षा का ध्यान रखा जाता है। यह एलपीजी पंचायतें विभिन्न प्रकारों से महिला सशक्तिकरण की नींव रख रही हैं। उन्होंने कहा कि योजना के तहत लाभान्वित महिलाओं को अब तेज धूप में चूल्हा जलाने के लिए लकड़ी लेने जाने की आवश्यकता नहीं है। वे अपने परिवार के साथ और अधिक समय बिता सकती है।
बालिकाओं को स्कूल नहीं छोड़ना पड़ेगा। महिलाएं अतिरिक्त समय का उपयोग अपनी आमदनी बढ़ाने के लिए कोई व्यवसाय शुरू करके कर सकती हैं। देवनानी ने कहा कि राज्य सरकार भी ग्रामीण क्षेत्रों के सशक्तिकरण के लिए गम्भीरता से प्रयास कर रही है। काजीपुरा गांव शहर के पास बसा होने के बावजूद दशकों तक कई सुविधाओं से वंचित था। हमने गांव की समस्याओं को समझा और समाधान का प्रयास किया। जलप्रदाय योजना, सड़क एवं अन्य विकास कार्य करवाएं गए हैं।