नयी दिल्ली। आयकर विभाग की ओर से बेनामी संपत्ति रोधी कानून के प्रावधानों के तहत 30 लाख रुपये से अधिक की संपत्ति की रजिस्ट्री के ब्यौरे की जांच किए जाने के संदर्भ में केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने आज कहा कि सरकार किसी भी ईमानदार व्यक्ति को परेशान नहीं करेगी, लेकिन बेईमान लोगों को छोड़ा नहीं जाएगा। उन्होंने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि सरकार के इस कदम से किसी को परेशान होने की जरूरत नहीं है। दरअसल, केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के चेयरमैन सुशील चंद्रा ने कल कहा कि आयकर अधिकारी उन मुखौटा कंपनियों व उनके निदेशकों की भी जांच कर रहे हैं जिन्हें सरकार ने कालेधन के खिलाफ अभियान के तहत हाल ही प्रतिबंधित किया है।
इसके साथ ही विभाग द्वारा उन सभी संपत्तियों में कर ब्यौरे का मिलान किया जा रहा है जिनका पंजीयन मूल्य 30 लाख रुपये से अधिक है। उन्होंने यह भी कहा कि कर अधिकारियों ने अब तक 621 संपत्तियों को कुर्क किया है जिनमें कुछ बैंक खाते शामिल हैं। ये मामले कुल मिलाकर लगभग 1800 करोड़ रुपये की राशि से जुड़े हैं जिनकी जांच बेनामी सौदा कानून के तहत की जा रही है। इस बारे में पूछे जाने पर नकवी ने आज संवाददाताओं से कहा, इस सरकार का रुख बहुत साफ है। बेईमानों को छोड़ा नहीं जाएगा और ईमानदारों को छेड़ा नहीं जाएगा। इसमें किसी को परेशान होने की जरूरत नहीं है।