– भरतपुर में अवैध खनन और संत विजयदास के आत्मदाह की जांच के लिए फाइंडिंग हाईलेवल कमेटी ने रिपोर्ट पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा को दिल्ली में सौंप दी।
जयपुर. भरतपुर में अवैध खनन और साधु विजयदास की मौत मामले की जांच सीबीआई से करवाने की मांग बीजेपी ने रखी है। पार्टी ने स्ट्रेटेजी के साथ दिल्ली से यह मुद्दा जोर-शोर से उठाया है। साथ ही एनजीटी और ईडी जैसी एजेंसियों से भी राजस्थान में कार्रवाई करने की मांग उठाई है। भरतपुर में अवैध खनन और संत विजयदास के आत्मदाह की जांच के लिए बनाई गई 4 मेंबर की बीजेपी फैक्ट फाइंडिंग हाईलेवल कमेटी ने आज अपनी रिपोर्ट पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा को दिल्ली में सौंप दी।
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ट्वीट कर कहा- राजस्थान में साधु विजयदास के आत्मदाह और बड़े स्तर पर अवैध माइनिंग की जांच के लिए गठित बीजेपी की फैक्ट फाइंडिंग टीम की रिपोर्ट मिल गई है। यह रिपोर्ट राजस्थान में निराशाजनक रवैये और कंट्रोल से बाहर हो चुके माइनिंग माफिया राज को उजागर करती है। नड्डा ने कमेटी मेंबर- पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री और प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह, सीकर सांसद स्वामी सुमेधानंद सरस्वती, पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद सत्यपाल सिंह, उत्तर प्रदेश के पूर्व पुलिस महानिदेशक और सांसद बृजलाल यादव के साथ रिपोर्ट लेते और उस पर चर्चा करते फोटोग्राफ भी शेयर किए हैं। जयपुर ग्रामीण सांसद और बीजेपी प्रवक्ता राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़ भी उनके साथ मौजूद रहे।
जेपी नड्डा को रिपोर्ट सौंपने के बाद कमेटी मेम्बर्स ने प्रेसवार्ता की। बीजेपी राजस्थान प्रदेश प्रभारी और राष्ट्रीय महामंत्री अरुण सिंह ने दिल्ली में प्रेस कांफ्रेंस कर कहा- हम लोग भरतपुर के आदिबद्री मंदिर और मथुरा के मान मंदिर दर्शन करके आए हैं। कई साधु-संतों से मिले। उन्होंने मुख्यमंत्री और गृहमंत्री को भी पत्र भेजा है। उन्होंने बहुत सारे पत्र भेजे हैं। यह पूरा अवैध खनन राजस्थान सरकार के संरक्षण में हो रहा था। माफियाओं की खुली लूट थी। राजस्थान सरकार के मंत्री की इसमें डायरेक्ट मिलीभगत है। अधिकारियों की मिलीभगत है। इसलिए मांग रखी है इसकी जांच सीबीआई से होनी चाहिए। अरुण सिंह ने कहा राजस्थान सरकार निष्पक्ष जांच नहीं कर सकती। इसलिए साधु-संतों की मांग का बीजेपी भी समर्थन करती है। सीबीआई जांच होनी ही होनी चाहिए। जिसमें मंत्रियों को किस तरह पैसा देना है यह चल रहा है। अरूण सिंह ने कहा धार्मिक स्थल और पूजा योग्य आदिबद्री और कनकांचल पर्वत ब्रज चौरासी कोस परिक्रमा में आता है। इसमें किसी तरह की छेड़छाड़ और माइनिंग नहीं होनी चाहिए। पर्यावरण की दृष्टि से इनका तुरंत बचाव करना चाहिए। एनजीटी को भी इस मामले में कार्रवाई करनी चाहिए। सीबीआई को कार्रवाई करके दोषियों को सजा दिलानी चाहिए। साधु विजयदासजी महाराज का बलिदान व्यर्थ नहीं जाए।
भरतपुर के पसोपा इलाके में चल रहे अवैध खनन को लेकर धरने के बीच खुद को आग लगाकर आत्मदाह करने वाले संत विजय दास का नई दिल्ली में 22 जुलाई की देर रात 3 बजे निधन हो गया था। वह सफदरजंग हॉस्पिटल की बर्न यूनिट में एडमिट थे। संत को क्रिटिकल हालत में जयपुर से दिल्ली में शिफ्ट कराया गया था। संत ने 20 जुलाई को आत्मदाह किया था। घटना के फैक्ट जुटाने के लिए बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने 4 सांसदों की एक हाई लेवल कमेटी गठित की थी। दूसरी ओर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने संत विजय दास के परिवार वालों को 5 लाख रुपए देने की घोषणा की। साथ ही, बृज चौरासी कोस परिक्रमा में खनन को बंद करवाने के मुद्दे पर संत के आत्मदाह की जांच प्रमुख सचिव स्तर के अफसर से करवाने का फैसला किया है।
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