prime-minister-narendra-modi-c

जयपुर। उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा की एकतरफा जीत हुई है। भाजपा दोपहर तीन बजे यूपी विधानसभा की 403 सीटों में से 260 सीटें जीत चुकी हैं, साथ ही करीब साठ सीटों पर बढ़त बना हुए थी। 320 सीटों पर भाजपा जीत की ओर अग्रसर है। पीएम नरेन्द्र मोदी की तूफानी लहर पर सवार होकर यूपी के इतिहास में पहली बार किसी पार्टी ने इतनी सीटें जीती है। भाजपा ने भी पहली बार ट्रिपल सेंचुरी बनाई है। इसके साथ ही यूपी में करीब चौदह साल से अधिक समय से चल रहा सत्ता वापसी का वनवास भी खत्म हो गया है। फिर से भाजपा पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में आ गई है। इससे पहले 1991-92 में भी भाजपा राम मंदिर मुद्दे पर कल्याण सिंह के नेतृत्व में बहुमत के साथ सत्ता में आई थी। बाबरी मस्जिद ढहाए जाने के बाद प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगने और उसके बाद हुए चुनाव में फिर से पार्र्टी को बहुमत मिला, लेकिन बाद में पार्टी का यूपी में जनाधार कम होता गया। एक समय वो भी आया, जब पार्टी पचास सीटों तक सिमट गई। हालांकि लोकसभा चुनाव में भाजपा को तूफानी सीटें मिली थी, तभी से पार्टी ने यूपी पर पूरा फोकस करते हुए कैडर खड़े करने में लग गई थी। खुद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने इस प्रदेश पर नजर रखी। पार्टी की बेस्ट टीम को यहां लगाया। राजस्थान भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश माथुर और राजस्थान के आरएसएस प्रचारक सुनील बंसल को यूपी का प्रभारी और सह प्रभारी संगठन की कमान सौंपी। एक-एक बूथ पर कैडर खड़ा किया गया और मोदी सरकार की नीतियों और कार्यक्रमों को आम जनता तक पहुंचाया। इसी का नतीजा रहा कि पार्टी ना केवल मजबूती से वहां उभरी, बल्कि गांव-ढाणी तक पार्टी ने पहुंच बनाई। अब भाजपा की वापसी के बाद कार्यकर्ताओं में जोश है तो जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने की तैयारी भी करनी होगी। तभी बीजेपी आगामी लोकसभा चुनाव में फिर से उसी तरह जीत पाएगी, जैसे तीन साल पहले जीती। जो वादे किए, वे भी पूरे करने होंगे। चाहे किसानों की कर्ज माफी, कानून व्यवस्था दुरुस्त करना हो या प्रदेश के विकास को नई ऊंचाई पर ले जाना, इन सब पर जनता की नजर रहेंगी।

LEAVE A REPLY