-2 साल से ज्यादा पोस्ट पर जमे कर्मचारियों को हटाने का प्रस्ताव
जयपुर. जयपुर नगर निगम ग्रेटर की बोर्ड मीटिंग में कांग्रेस और भाजपा पार्षद आपस में भिड़ गए। भाजपा के पार्षद रणवीर सिंह, कांग्रेस के पार्षद ओमप्रकाश को निजी टिप्पणी करने के बाद मारने के लिए सदन में दौड़ पड़े। लेकिन बीच में भाजपा के दूसरे पार्षदों ने उन्हें पकड़ लिया। इस दौरान जब कॉन्ग्रेस भाजपा पार्षदों ने रणवीर सिंह को रोकने का प्रयास किया तो उन्होंने उन दूसरे पार्षदों के साथ धक्का-मुक्की करते हुए पार्षद ओमप्रकाश की तरफ बढ़ने का प्रयास करने लगे।
दरअसल, पार्षद ओमप्रकाश ने सफाई के मुद्दे पर अपनी बात सदन में रख रहे थे। इसी बीच निर्दलीय पार्षद रणवीर बीच में बोलने लगे। इसको लेकर कांग्रेस पार्षद ओमप्रकाश ने कहा कि बीच में लब-लब मत करो। इसी बात पर रणवीर भड़क उठे और सीट से उठकर दौड़ते हुए ओमप्रकाश कि तरफ पहुंचे। हालांकि पार्षदों ने बीच-बचाव करके मामला शांत कराने की कोशिश की। इसी बीच भाजपा पार्षद दल ने कांग्रेस पार्षद ओमप्रकाश को सदन से बाहर निकालने की मांग की। जिसके बाद सदन की कार्यवाही को करीब 15 मिनट के लिए स्थगित कर दिया।
– ट्रांसफर एजेंडे पर चर्चा
नगर निगम में आज हुई साधारण सभा में प्रशासनिक कार्य प्रणाली के सरलीकरण का प्रस्ताव रखा गया, लेकिन जब एजेण्डे की मूल कॉपी आई तो उसमें उन कर्मचारियों के ट्रांसफर का उल्लेख था, जो नगर निगम की किसी न किसी शाखा में 2 साल या उससे ज्यादा समय से बैठे हैं। निगम की कार्य व्यवस्था को बेहतर बनाने का हवाला देते हुए ऐसे कर्मचारियों को हटाकर दूसरी जगह लगाने के लिए कहा गया।
प्रस्ताव पर डिप्टी मेयर समेत दूसरे पार्षदों ने अपनी राय रखते हुए इस प्रस्ताव पर सवाल उठाए और कहा कि ये कार्यव्यवस्था पहले से है। इसे प्रशासनिक स्तर पर किया जाना चाहिए। उधर इस प्रस्ताव को मंजूरी के लिए वोटिंग करवाने की बजया मेयर ने डिसेंट नोट लगवाते हुए सरकार को भिजवाने के निर्देश दिए हैं। मेयर ने अपने नोट में स्वायत्त शासन विभाग की बनाई ट्रांसफर पॉलिसी का हवाला देते हुए उसकी पालना करने के निर्देश दिए।
– उलझे कांग्रेस-भाजपा पार्षद
प्रस्ताव संख्या 2 पर चर्चा के दौरान कांग्रेस और भाजपा के पार्षद आपस में उलझ गए। कांग्रेस पार्षद राजुला सिंह ने डिप्टी मेयर पुनीत कर्णावट पर अपने वार्ड में एक अवैध निर्माण पर हो रही कार्रवाई रूकवाने का आरोप लगाया। इस पर कर्णावत ने पार्षद राजुला के पति वेदप्रकाश पर गरीबों के मकान तुड़वाने और थड़ी-ठेले वालों को परेशान कर उनसे चौथ वसूली करने के गंभीर आरोप लगा दिए। इसी बीच कांग्रेस पार्षद दिव्या सिंह ने मेयर सौम्या गुर्जर को कहा कि आप औरत है या नहीं, महिला की इतनी बेइज्जती हो रही है और आप बैठकर सुन रही है। इस पूरे घटनाक्रम के दौरान कांग्रेस और भाजपा के पार्षद हंगामा करते रहे।
– मेयर बार-बार देती रहीं चेतावनी
बैठक में एजेंडे के अलावा एक-दूसरे आरोप-प्रत्यारोप लगाने पर हुए हंगामे के बाद मेयर ने सभी पार्षदों को चेतावनी देते हुए कहा कि इस बैठक को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया जाएगा। जो पार्षद इस तरह एक-दूसरे पर सदन में आरोप लगाएगा उसको सदन से बाहर कर दिए जाएगा। उन्होंने पार्षदों को हिदायत दी कि यदि बैठक इस तरह के माहौल में स्थगित करनी पड़ी तो अगली बैठक के लिए कहीं ऐसा न हो कि कोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ जाए।