देहरादून। उत्तराखंड की 70 विधानसभा सीटों के लिए मतगणना का दौर 15 केन्द्रों पर शुरू हुआ। यहां 15 फरवरी को एक चरण मेंं हुए विधानसभा चुनाव में 75 लाख से अधिक मतदाताओं में से करीब 65 फीसदी मतदाताओं ने 637 उम्मीदवारों के चयन के लिए अपने मताधिकार का प्रयोग किया। मतगणना से पूर्व सभी भाजपा और कांग्रेस अपने को पूर्ण बहुमत मिलने का दावा कर रहे थे। जैसे-जेसे मतगणना का दौर आगे बढ़ा। उसी के साथ स्थिति साफ हो गई। उत्तराखंड भी इस बार यूपी की तरह नमो-नमो का जाप करने के साथ केसरिया रंग में रंगा नजर आया। शुरुआती रुझानों में भाजपा को प्रचंड बहुमत मिलने के संकेत मिले। यहां भाजपा ने 54 सीटों पर बढ़त बनाई तो कांग्रेस महज 15 सीटों पर ही आगे बढ़ पाई। वहीं एक सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी दोनों ही पार्टियों के प्रत्याशियों से आगे निकलता नजर आया। यहां सीएम हरीश रावत उधमसिंह नगर की किच्छा और हरिद्वार जिले के हरिद्वार ग्रामीण सीट से चुनाव में उतरे। इन दोनों ही सीटों पर कड़ा मुकाबला होने तय माना जा रहा है। वहीं सत्तारुढ़ कांग्रेस और प्रमुख विपक्षी दल भाजपा दोनों के ही प्रदेशाध्यक्षों के लिए भी कड़ा मुकाबला तय माना गया। कांग्रेस उपाध्यक्ष किशोर उपाध्याय को देहरादून के सहसपुर सीट पर सहदेव पुंडीर से कड़ी टक्कर मिली तो अल्मोड़ा के रानीखेत सीट पर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष अजय भट्ट को कांग्रेस के कांग्रेस प्रत्याशी व पूर्व विधायक करण मेहरा से कड़ी टक्कर मिली। इसी तरह कांग्रेस के बागी व भाजपा प्रत्याशी हरक सिंह रावत और कुंवर प्रणव चैंपियन की किस्मत का फैसला होना शेष है। सुबह सुबह 9.54 बजे तक जो रुझान मिले उसमें सीएम मुख्यमंत्री हरीश रावत हरिद्वार ग्रामीण और किच्छा दोनों सीटों पर भाजपा प्रतिद्वंद्वियों से पिछड़ते गए। इस बीच हरीश रावत चुनाव परिणाम को लेकर आश्वस्त नजर आए। कहा कि कांग्रेस सूबे में सरकार बनाने जा रही है।

-जनप्रहरी एक्सप्रेस की ताजातरीन खबरों से जुड़े रहने के लिए यहां लाइक करें। ,

LEAVE A REPLY