अहमदाबाद। पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों के बाद अब भाजपा ने गुजरात में नजरें गढ़ा दी है। जहां उनकी टक्कर अब सीधे कांग्रेस से जान पड़ रही है। इसी क्रम में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने गुजरात में कांग्रेस के दिग्गज नेता कहे जाने वाले शंकर सिंह वाघेला से भेंट की। अमित शाह के वाघेला से मुलाकात करने के इसी दौर ने कई सियासी अटकलों को जन्म दे दिया। वहीं कांग्रेस खेमे में भी भारी सनसनी मच गई। यह खबर सुनते ही कांग्रेस आलाकमान तक संदेश पहुंचा दिया गया। अभी तक यह माना जा रहा है कि गुजरात चुनाव में शंकर सिंह वाघेला खुद को कांग्रेस पार्टी से सीएम के तौर पर घोषित कराना चाहते हैं। इसको लेकर इन दिनों सोशल मीडिया पर बापू फॉर सीएम के नाम से एक अभियान भी जोरों पर चल रहा है। हालांकि विधानसभा में शाह और वाघेला की मुलाकात को औपचारिक ही माना जा रहा है। फिर भी राजनीतिक पंडितों माने तो यह आलाकमान पर दबाव बनाने का एक उनका पुराना तरीका है। इससे पहले भी उन्होंने विपक्ष पद को लेकर तेवर दिखाए थे। यूं तो वाघेला की शिक्षा-दीक्षा संघ में हुई। इसी को लेकर दो दशक से कांग्रेस में होने के उपरांत भी पार्टी में बाहरी के तौर पर पहचाने जाने के कारण उनको बड़ा दुख है। वे इसे बयां भी कर चुके है।

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