नई दिल्ली । रक्षा सौदों की जानकारी लीक करने या राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता करने के आरोपों में घिरे भाजपा सांसद वरुण गांधी ने सफाई दी है। अपने जारी बयान में देश के लोगों के नाम लिखे एक पत्र में वरुण गांधी ने कहा कि अपने ऊपर लग रहे आरोपों से वे बेहद दुखी हैं। मेरे ऊपर गलत आरोप लगाए गए हैं। वरुण गांधी ने कहा कि मैं रक्षा मामलों की स्थाई समिति का सदस्य जरूर था लेकिन कंसल्टेटिव कमिटी बैठक में कभी शामिल नहीं हुआ। कुछ लोग जानबूझकर मेरी छवि धूमिल करने की कोशिश कर रहे हैं। मेरे उपर लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद हैं, मैं एडमंड्स एलन से कभी नहीं मिला। वरुण ने कहा है कि वह सी एडमंड एलन को नहीं जानते और दोनों की कभी भी मुलाकात नहीं हुई।
अभिषेक वर्मा से खुद के रिश्तों पर वरुण ने कहा कि वे दोनों पहली बार इंग्लैंड में मिले। उस वक्त वरुण कॉलेज में पढ़ाई करते थे। वरुण के मुताबिक, अभिषेक को उनका परिचय दिवंगत वीना और श्रीकांत वर्मा के बेटे के तौर पर कराया गया। ये दोनों ही संसद सदस्य थे। सम्मानित परिवार से ताल्लुक रखने वाले अभिषेक से वह कम ही वक्त में सामाजिक तौर पर कई बार मिले। अब दोनों को मिले सालों गुजर चुका है। दोनों के बीच उनके कामकाज को लेकर कोई बातचीत नहीं हुई।वरुण के मुताबिक, मीडिया रिपोर्ट्स से यह पता चला है कि एलन और अभिषेक के बीच किसी वक्त व्यवसायिक रिश्ते थे। वरुण ने आशंका जताई कि एलन अपने पूर्व सहयोगी के खिलाफ लगाए गए आरोपों को लेकर ज्यादा से ज्यादा पब्लिसिटी चाह रहे हैं। इसी वजह से एलन उनके जैसे पब्लिक फिगर को इस मामले में घसीट रहे हैं ताकि पब्लिक का ध्यान ज्यादा से ज्यादा खींचा जा सके। वरुण ने कहा कि अभिषेक वर्मा के खिलाफ एलन के आरोपों की ईडी और सीबीआई, दोनों ही एजेंसी लंबे वक्त से जांच कर रही है। इसी सिलसिले में अब भी कुछ जांच चल रही है। यहां तक कि चार्जशीट भी फाइल की जा चुकी हैं। जांच एजेंसियों की किसी भी चार्जशीट में उनका न तो नाम है और न ही उनकी ओर कोई इशारा किया गया। यह कहना ऊटपटांग है कि उन्हें ब्लैकमेल किया गया, क्योंकि उन्होंने कोई गलत काम नहीं किया। उन्होंने रक्षा संसदीय कमेटी की टॉप सीक्रेट रक्षा सूचना लीक की। सभी सांसद यह बात अच्छे से जानते हैं कि ऐसी किसी कमेटी के सामने संवेदनशील जानकारी शेयर नहीं की जाती। जिस वक्त की घटना बताई जा रही है, उस वक्त वह विपक्ष में थे और पहली बार सांसद सुने गए थे। ऐसे में सरकार की ओर से उनके साथ संवेदनशील जानकारी शेयर किए जाने का सवाल ही नहीं उठता। एलन की ओर से लिखे गए खत में उनके खिलाफ लगाए गए गंभीर आरोप बिना किसी तथ्य, सफाई या सबूत के हैं। यह अनैतिक है कि किसी की छवि को नुकसान पहुंचाने वाले ऐसे आरोपों को बिना जांचे ही सार्वजनिक किया गया। गौरतलब है कि अमेरिकी वकील सी एडमंडस ऐलन ने आरोप लगाया था कि उनके पूर्व बिजनेस पार्टनर अभिषेक वर्मा ने वरुण गांधी को ब्लैकमेल किया था और डिफेंस सीक्रेट हासिल कर लिए थे।