जयपुर। सीएम वसुंधरा राजे बुधवार रात जयपुर के रोजगारेश्वर महादेव मंदिर में पहुंची और वहां पूजा अर्चना की। इस मौके पर अफसरों को मंदिर का कार्य दल्द पूरा करने के निर्देश दिए। करीब पांच-छह मिनिट तक राजे वहां रही। इस दौरान विधायक मोहन लाल गुप्ता, मेयर अशोक लाहोटी व दूसरे नेता व अफसर मौजूद रहे। सीएम राजे के रोजगारेश्वर महादेव मंदिर में पहुंचने और पूजा अर्चना करते देख लोग चौंके। सीएम राजे बुधवार रात को परकोटे में रंग-बिरंगी रोशनी और छोटी चौपड़ पर बने कुण्ड के उद्घाटन कार्यक्रम में आई थी। इस दौरान राजे ने रोजगारेश्वर मंदिर पहुंचकर वहां महादेव के दर्शन किए।
गौरतलब है कि मेटÓो कार्य के दौरान जिला प्रशासन व पुलिस ने करीब दो सौ साल प्राचीन रोजगारेश्वर मंदिर को ढहाया दिया था। मूर्तियां खंडित कर दी गई थी। यहीं नहीं दूसरे करीब एक दर्जन मंदिर भी तोड़ दिए गए थे। कलात्मक रोजगारेश्वर महादेव मंदिर को बुलडोजर से ढहाया गया। मंदिरों को तोडऩे से जयपुर वासी गुस्से में आ गए और स्थानीय विधायकों मोहन लाल गुप्ता, सुरेन्द्र पारीक और भाजपा के खिलाफ आंदोलन करने लगे। कांग्रेस, धरोहर बचाओ समिति राजस्थान, दीनदयाल वाहिनी ने इसे मुद्दा बनाते हुए कई बड़े आंदोलन किए। आरएसएस को भी लोगों ने आड़े हाथ लिया और उनके पदाधिकारियों को खरी-खरी सुनाई।
फजीहत देख आरएसएस को जयपुर में दो घंटे का बंद कार्यक्रम करना पड़ा और भाजपा सरकार से यह वादा करवाया कि अब मंदिर नहीं तोड़े जाएंगे, लेकिन इसके बाद भी आधा दर्जन मंदिर हटा दिए हैं। प्रशासन की इस कार्रवाई से परकोटे के लोगों में भाजपा, विधायकों के खिलाफ खासी नाराजगी है, जो रह-रहकर उठती रहती है। आंदोलन और विरोध को देखते हुए सरकार को रोजगारेश्वर महादेव मंदिर फिर से वहीं पर बनाने का फैसला लेना पड़ा। अब मंदिर लगभग तैयार हो गया है। हालांकि मूर्ति स्थापना के साथ ही यहां पूजा अर्चना हो रही है। अब इसी मंदिर में वसुंधरा राजे के आने और पूजा अर्चना करने को लेकर जयपुरवासियों में खासी चर्चा है। हालांकि एक गुट सीएम राजे के आने पर विरोध पर उतर गया।