जयपुर। राजस्थान विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी ने रविवार को मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि वसुन्धरा कुशासन से प्रदेश निराश है इसलिये सोमवार से शुरू हो रहे बजट सत्र के दौरान विपक्ष मुख्यमंत्री से इस्तीफा मांगेगा। डूडी ने रविवार को अपने राजकीय आवास पर बुलाई पत्रकार वार्ता में कहा कि तीनों उप चुनावों में भाजपा की करारी हार से मुख्यमंत्री ने शासन करने का नैतिक अधिकार खो दिया है। उन्होंने कहा कि पिछले चार साल में वसुन्धरा सरकार ने किसानों का कर्जा माफी, रोजगार, सामाजिक सुरक्षा योजनाएं, विकास के बड़े प्रोजेक्टों से लेकर कृषि, सिंचाई, पेयजल, ऊर्जा, सड़क जैसे अहम मुुद्दों पर प्रदेश की जनता को ठगा है। इसलिये प्रदेश की जनता इस सरकार से पूरी तरह नाउम्मीद हो चुकी है।
बजट सत्र में विपक्ष सरकार पर दबाव बनायेगा कि वह बाकी बचे समय में जनहित में काम करे। नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी ने पत्रकार वार्ता में मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे पर निशाना साधते हुए कहा कि वर्ष 2013 में ‘सुराज संकल्प पत्र’ के जरिये भाजपा ने प्रदेश की जनता से 611 वादे किये थे लेकिन मुख्यमंत्री बनने के बाद वसुन्धरा राजे इन वादों को भूल गई। डूडी ने मांग की है कि पिछले चार बजट भाषणों में सरकार ने जो घोषणाएं की उसमें कितनी पूरी हुई हैं, उसका ब्यौरा सदन में रखा जाये। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री इस बार अपने बजट भाषण में जो भी घोषणा करेंगी वह धरातल पर नहीं आ सकेंगी क्योंकि सरकार के पास थोड़ा ही समय बचा है इसलिये मुख्यमंत्री उन अधूरे वादों को पूरा करें जिससे प्रदेश के हित जुड़े हैं। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि आज प्रदेश के सामने सबसे बड़ा मुद्दा किसान का सम्पूर्ण कर्जा माफी और युवाओं को रोजगार प्रदान करना है।
सरकार इन दोनों मुद्दों का समाधान करे इसके साथ ही प्रदेश में बिजली को लेकर जो अव्यवस्था उत्पन्न हुई है, सिंचाई और पेयजल के प्रोजेक्ट अटक गये हैं तथा प्रदेश में सड़क, चिकित्सा एवं शिक्षा व्यवस्था का बंटाधार हो गया है। कानून व्यवस्था चरमरा गई है, सामाजिक सुरक्षा योजनाएं ठंडे बस्ते में हैं तथा ग्रामीण विकास पर ग्रहण लग गया है। मुख्यमंत्री का कर्तव्य है कि वे ऐसे तमाम मुद्दों पर जनहित में फैसले करें और पिछले चार साल में प्रदेश में जो भ्रष्टाचार व अराजकता पनपी है उसके लिये उनकी सरकार प्रायश्चित करे।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि मुख्यमंत्री बजट सत्र के प्रति गम्भीर रहेंगी क्योंकि भाजपा में सबको अपनी खाल बचाने की पड़ी है और अगले विधानसभा चुनाव में भाजपा की करारी हार तय है लेकिन विपक्ष बजट सत्र में सरकार को जनहित के फैसले लेने के लिये मजबूर करेगा। रामेश्वर डूडी ने स्कूलों को पीपीपी मोड पर देने, काला कानून को अभी तक निरस्त नहीं करने, प्रदेश में 70 हजार नवजात शिशुओं की मौत, सड़क दुर्घटनाओं में वृद्धि, महिला एवं दलित उत्पीड़न में वृद्धि, रिफाइनरी के मुद्दे पर प्रदेश को गुमराह करने, रिसर्जेण्ट राजस्थान की असफलता, द्रव्यवती नदी प्रोजेक्ट पर तथ्य छिपाने, जयपुर के पृथ्वीराज नगर की उपेक्षा, कर्मचारियों की उपेक्षा जैसे अनेक मुद्दों पर मुख्यमंत्री को दोषी ठहराते हुए कहा कि वसुन्धरा राजे प्रदेश में जाति और समाज के विभाजन की राजनीति कर रही हैं, जो कि निन्दनीय है। कांग्रेस विधायक दल की बैठक सोमवार, 5 फरवरी को सायं 5 बजे नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी की अध्यक्षता में उनके राजकीय निवास 380 सिविल लाइन्स, जयपुर पर आयोजित की जाएगी।