जयपुर। राम मंदिर निर्माण को लेकर साधु-संतों के निशाने पर चल रही विश्व हिन्दू परिषद के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि राम मंदिर निर्माण का मसला अब लोकसभा चुनाव के बाद देखेंगे। चुनाव से पहले विहिप कोई अभियान नहीं चलाएगी और ना ही इस मसले पर बात करेगी। विहिप नहीं चाहती है कि लोकसभा चुनाव में राम मंदिर का मसला चुनावी मुद्दा बने। उधर, साधु संत और मठों के महंत राम मंदिर निर्माण को लेकर उद्वेलित है।
वे भाजपा सरकार, आरएसएस और विहिप से राम मंदिर निर्माण की तारीख तय करने की कह रहे हैं। ऐसा नहीं करने पर साधु संतों ने भी चेताया है कि वे राम मंदिर का निर्माण करवाएंगे। विहिप के अंतरराष्ट्रीय संयुक्त महासचिव सुरेंद्र जैन ने मीडिया चैनल से बातचीत में कहा कि चार महीने तक राम मंदिर पर बात नहीं होगी। लोकसभा चुनाव तक मंदिर निर्माण आंदोलन को नहीं चलाया जाएगा। विहिप नहीं चाहती है कि यह चुनावी मुद्दा बने।
जैन ने कहा कि विहिप पर आरोप लगते रहे है कि चुनावी वक्त में राम मंदिर का मसला उठाकर एक दल को फायदा पहुंचाया जाता है और इसे राजनीति से जोड़ा जाता है। जबकि राम मंदिर निर्माण का मुद्दा आस्था से जुड़ा हुआ है। इसका राजनीतिक से लेना-देना नहीं है। लोकसभा चुनाव तक राम मंदिर के मसले पर कुछ नहीं होगा। लोकसभा चुनाव के बाद इस मुद्दे पर संघर्ष करेंगे।