भारतीय ज्ञान साधना के अप्रतिम अध्येता, चिंतक और विचारक डॉ. कर्ण सिंह को आज डॉ. अनुला मौर्य, कुलपति, जगद्गुरु रामानन्दाचार्य रामानंदाचार्य संस्कृत विश्वविद्यालय ने उनके दिल्लीस्थित आवास पर जाकर विश्वविद्यालय की सर्वोच्च मानद उपाधि डीलिट से विभूषित किया।
विश्वविद्यालय ने पहली बार अपनी सर्वोच्च उपाधि से चार शिखर विद्वानों को तृतीय दीक्षांत समारोह में 16 दिसंबर को सम्मानित किया था, जिसमें डॉ. कर्ण सिंह का आगमन नहीं हो पाया था। कुलपति डॉ. अनुला मौर्य ने आदरणीय डॉ. कर्ण सिंह के सम्मान को सम्पूर्ण संस्कृत जगत का सम्मान बताया। उन्होंने कहा कि डॉ. कर्ण सिंह ज्ञान और विज्ञान की सुदीर्घ परंपरा के साधक तो हैं ही, संस्कृत और संस्कृति के विराट व्यक्तित्व पुरुष भी हैं।