राज्यपाल कलराज मिश्र की कृति ‘‘भारत में उद्यमिता‘‘ का विमोचन
जयपुर, 05 फरवरी। राज्यपाल कलराज मिश्र की कृति ‘‘ भारत में उद्यमिता ‘‘ का विमोचन बुधवार को उपराष्ट्रपति एम. वैंकया नायडू ने उपराष्ट्रपति भवन में किया। उपराष्ट्रपति नायडू ने राज्यपाल कलराज मिश्र को इस रचनात्मक प्रयास के लिए बधाई देते हुए कहा कि यह पुस्तक नवउद्यमियों के लिए लाभदायी रहेगी। उन्होंने कहा कि नव उद्यमी उद्यमिता के क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही विशेष योजनाओं व सरकार द्वारा दी जाने वाली विशेष सुविधाओं की जानकारी इस पुस्तक से प्राप्त कर सकते हैं। श्री नायडू ने कहा कि पुस्तक के अध्ययन के पश्चात नव उद्यमी उद्यम स्थापित करने में आने वाली विभिन्न समस्याओं का आसानी से निराकरण कर सकेंगे।
नायडू ने कहा कि केन्द्र सरकार में सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्यम मंत्री रहे श्री कलराज मिश्र ने देश में एम.एस.एम. ई. सेक्टर को नई दिशा दी। श्री मिश्र ने इस सेक्टर के विकास हेतु सरकार की नीतियों व कार्यक्रमों को देश के दूर-दराज के क्षेत्रों में रह रहे लोगों तक पहुंचाया। राज्यपाल कलराज मिश्र ने बताया कि एनडीए सरकार के प्रथम कार्यकाल में सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्यम मंत्री पद पर रहते हुए किये गये कार्यो पर प्रकाशित भारत में उद्यमिता देश में बढ़ती हुई बेरोजगारी की समस्या से निपटने में कारगर होगी। उद्यमिता के क्षेत्र में एम.एस.एम.ई. सेक्टर की उपलब्धि्यों को आम आदमी तक पहुंचाने की दृष्टि से इस पुस्तक का श्री मिश्र ने लेखन किया है।
राज्यपाल श्री मिश्र ने कहा कि यह पुस्तक उन युवाओं के लिए जो अपना उद्यम प्रारंभ करना चाहते हैं, मार्गदर्शक साबित होगी। श्री मिश्र ने कहा कि आर्थिक उदारीकरण के युग के प्रांरभ होने के साथ-साथ भारत में ही नहीं, अपितु पूरे विश्व में उद्यमिता के क्षेत्र में बहुत विस्तार हुआ है। सभी विकसित व विकासशील देशों की अर्थव्यवस्था में उद्यमिता, विशेष रूप से एम.एस.एम.ई सेक्टर का अहम योगदान रहा है। भारत में एम.एस.एम.ई सेक्टर का योगदान आयात में 40 प्रतिशत, विनिर्माण में 45 प्रतिशत व सकल घरेलू उत्पाद में 8 प्रतिशत रहा है।