जयपुर। राजस्थान से भरतपुर से भाजपा विधायक विजय बंसल की भीमराव अंबेड़कर पर की गई टिप्पणी आज सोमवार को राजस्थान विधानसभा में फिर गूंजी। सदन में भाजपा विधायक विजय बंसल ने अंबेड़कर के संविधान निर्माता होने पर सवाल खड़े किए तो हंगामा शुरु हुआ। विपक्ष ही नहीं सत्ता पक्ष के सदस्य भी विजय बंसल के खिलाफ खड़े हो गए और उनसे माफी मांगने की मांग करने लगे। इस बयान पर कांग्रेस सदस्यों ने भी वेल में आकर धरना दिया। हंगामा तब शुरु हुआ, जब कांग्रेस सदस्य गोविंद डोटासरा ने विश्वविद्यालय संशोधन विधेयक पर बहस के दौरान अंबेडकर विधि विश्वविद्यालय को बंद करने पर सवाल उठाए। इस दौरान विजय बंसल ने कहा कि भीमराव अंबेडकर को संविधान निर्माता कहना गलत है। अंबेडकर ड्राफ्ट कमेटी के अध्यक्ष थे। बंसल की इस टिप्पणी पर कांग्रेस विधायकों ने हंगामा शुरु कर दिया। वे वेल में आकर धरने पर बैठ गए। वहीं भाजपा सदस्य चन्द्रकांता मेघवाल, रामचन्द्र, सुंदरलाल आदि कई विधायकों ने बंसल के बयान पर आपत्ति जताते हुए उनसे माफी मांगने की मांग की। शोर-शराबे के बीच सुंदरलाल तैश में आ गए और बांहे चढ़ाते हुए विजय बंसल की तरफ बढऩे लगे। हालांकि बंसल ने अपने बयान से माफी मांगने से इंकार कर दिया और वे हंगामे के बीच सदन से चले गए। इसी बीच संसदीय कार्यमंत्री राजेंद्र राठौड़ ने बंसल के बयान पर माफ ी मांगी। इस पर कांग्रेस सदस्य नहीं माने। हंगामे को देखते हुए सदन कार्यवाही पन्द्रह मिनट स्थगित करनी पड़ी। दुबारा सदन शुरु हुआ तो फिर यह मुद्दा उठा। इस पर विधानसभा उपाध्यक्ष राव राजेन्द्र सिंह ने संसदीय कार्यमंत्री राजेन्द्र राठौड़ को विजय बंसल के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए। उपाध्यक्ष राव ने कहा कि बाबा साहेब हो या महात्मा गांधी महापुरुषों के खिलाफ की गई टिप्प्णियों की आसन भत्र्सना करता है। सदन के अंदर बाबा साहेब पर टिप्पणी की है तो विधायक के खिलाफ कार्रवाई करें। उपाध्यक्ष राव के इन निर्देशों के बाद सदन में शांति आई और कांग्रेस सदस्यों ने हंगामा बंद किया।
बहुत अच्छी रिपोर्टिंग
बहुत अच्छा संपादकीय
धन्यवाद
जनप्रहरी एक्सप्रेस