– राजपूत समाज के 12 हजार लोगों को भी बनाया आरोपी
जयपुर। गैंगस्टर आनन्दपाल सिंह के एनकाउंटर की सीबीआई जांच को लेकर सांवराद में हुई हुंकार रैली के दौरान हिंसा व उपद्रव को लेकर नागौर पुलिस ने मामले दर्ज किए हैं। सभा के दौरान उपद्रव फैलाने और भडकाऊ भाषण को लेकर 11 राजपूत नेताओं समेत 12 हजार के खिलाफ मामले दर्ज किए हैं। पुलिस ने दुबई में रह कर पढ़ाई कर रही आनन्दपाल की बेटी चीनू के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज की है। इसके अलावा आनन्दपाल के वकील एपी सिंह, राजपूत नेता सुखदेव सिंह गोगमेडी, हनुमान खांगटा, महिपाल सिंह मकराना, योगेन्द्र सिंह, दुर्ग सिंह चौहान खींवसर, रणजीत मांगला, रणजीत सिंह ेडिया, रणवीर गुढ़ा, हतेन्द्र सिंह के खिलाफ मामले दर्ज हुए हैं।
इन सभी के खिलाफ सांवराद रैली के दौरान भडकाऊ भाषण देने, पुलिसकर्मियों पर हमले करने, हथियार लूटने, सरकारी वाहनों वाहनों, कार्यालयों में तोडफोड करने व नुकसान पहुंचाने, आगजनी, महिला अफसर से छेड़छाड़ जैसे गंभीर आरोपों में मामले दर्ज किए गए हैं। गौरतलब है कि 12 जुलाई को आनन्दपाल को श्रदधांजलि देने के लिए सांवराद में सभा रखी गई थी। सभा में दो लाख से अधिक लोग पहुंचे। शाम तक सभा शांतिपूर्ण रही, लेकिन जैसे ही सरकार से वार्ता के विफल होने की अफवाह फैली तो भीड हिंसक हो गई और पुलिसकर्मियों पर हमले करने लगी। पुलिस वाहनों व रेल क्वार्टर में आग लगा दी। पुलिसकर्मियों के हथियार छीन लिए गए। पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए उपद्रवी भीड़ को खदेड़ा। फायरिंग में घायल हुए एक जने लालचंद शर्मा की मौत हो गई और तीन दर्जन से अधिक घायल हो गए थे। इस घटना के बाद सांवराद में कफ्र्यू लगा दिया और दूसरे दिन आनन्दपाल सिंह के शव का दाह संस्कार कर दिया गया। हालांकि परिजन आरोप लगा रहे हैं कि पुलिस ने जबरन दाह संस्कार करवाया।