पणजी। केन्द्रीय नागरिक विमानन राज्य मंत्री जयंत सिन्हा ने देश के नवोन्मेषकों से ऐसे उत्पाद और सेवायें विकसित करने की आज अपील की जो ‘हमारी अपनी समस्यायें’ सुलझाएं। उन्होंने कहा, ‘‘भारत को भी गूगल, अलीबाबा या टेनसेंट की तर्ज पर अपनी सफलता की कहानी खुद रचनी चाहिए।’’ सिन्हा ने इंडिया फाउंडेशन की ओर से आयोजित इंडिया आइडिया कन्क्लेव 2017 में कहा, ‘‘जब हम अपनी समस्यायें सुलझा लेंगे, हम दुनिया की समस्यायें भी सुलझा लेंगे। हमें अपनी खुद की समस्यायें सुलझानी चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि भारतीय नवोन्मेषकों को घरेलू आवश्यकताओं की पूर्ति करने वाले उत्पाद और सेवाएं विकसित करनी चाहिए। सिन्हा ने कहा, ‘‘जब हम इसे अपने लोगों के लिये बनाएंगे, तो उसके कुछ उत्पाद और सेवाएं दूसरे लोग भी प्रयोग करेंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यदि हमें 21वीं सदी का नेतृत्व करना है, तो देश को नवोन्मेष का अगुवा बनना पड़ेगा।
’’ केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि भारत पहले ही विभिन्न क्षेत्रों में अपनी पहचान बना चुका है। सिन्हा ने कहा, ‘‘भारत में दुनिया की सबसे सस्ती और सबसे अच्छी दूरसंचार सेवायें, मोटरसाइकिल हैं….हमारे सामने एक क्रांति हो रही है। आज का भारत, चीन समेत दूसरे किसी भी देश की तुलना में अधिक मोबाइल डाटा की खपत करता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमें अपना खुद का गूगल, फेसबुक, अलीबाबा और टेनसेंट बनाना होगा।’’ मंत्री ने कहा, ‘‘हम ‘यूनीकार्न’ की बात करें। यह एक अरब डालर बाजार पूंजीकरण वाली एक कंपनी है। हमें यूनिकार्न के बारे में बातें कर संतुष्ट नहीं होना चाहिए। हमें सुपर यूनिकार्न की बात करनी चाहिए, जिसका बाजार पूंजीकरण दस अरब डालर हो। हमें उससे बड़ा यूनिकार्न खड़ा करने के बारे में सोचना चाहिए, जिसका बाजार पूंजीकरण सैकड़ो अरब डालर का हो।’’ सिन्हा ने कहा, ‘‘यदि हम इस स्तर पर कंपनी बनाएंगे, तो हम आर्थिक नेतृत्व करने में सक्षम बनेंगे। इसी तरह हम अपने सभी लोगों को आर्थिक अवसर दें सकते हैं।’’