इटावा/मांगरोल/जयपुर। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने कहा कि राजस्थान को प्रगति के नये दौर में ले जाने के लिए आमजन का साथ बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता के साथ मिलकर सरकार कड़ी मेहनत करके राजस्थान को देश का अग्रणी प्रदेश बनाने में कोई कसर नहीं छोडे़गी। उन्होंने कहा कि सरकार के पास विकास के लिए पैसे की काई कमी नहीं है। हमारी सरकार में विकास नहीं रूकता क्योंकि हम जनता के विश्वास पर खरा उतरने का काम करते हैं।
राजे रविवार को कोटा जिले के इटावा एवं बारां जिले के मांगरोल में जनसभाओं को संबोधित कर रही थीं। श्रीमती राजे ने कहा कि राज्य सरकार ने महिलाओं की उन्नति और सामाजिक सुरक्षा के लिए कई कदम उठाये हैं। सरकार ने बालिका के जन्म सेे लेकर उसकी पढ़ाई, जीवन-यापन, परिवार के पालन-पोषण और पेंशन तक की व्यवस्था कर दी है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार में महिलाएं पूरी तरह सुरक्षित हैं। बच्चियों से दुष्कर्म करने वालों के खिलाफ हमने फांसी की सख्त सजा का प्रावधान किया है। अब तक 3 मामलों में बलात्कार के आरोपियों को फांसी की सजा सुनाई भी जा चुकी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने 31 मार्च 2019 तक प्रदेश के सुदूर क्षेत्रों सहित हर घर को रोशन करने का लक्ष्य तय किया है। आज प्रदेश में घरेलू बिजली कनेक्शन मात्र 500 रूपये में उपलब्ध कराया जा रहा है तथा बीते पांच सालों में राज्य सरकार ने कृषि-बिजली की प्रति यूनिट दरों में भी कोई बढ़ोतरी नहीं की है।
राजे ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की संवेदनशील सरकार ने फसलों को नुकसान होने पर मुआवजे के लिए खराबे की सीमा 50 प्रतिशत से घटाकर 33 प्रतिशत कर दी है जिसके कारण प्रदेश में 3 हजार करोड़ रूपये का मुआवजा वितरित किया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने भी किसानों को राहत देने के लिए पहली बार 50 हजार रूपये तक के फसली ऋण माफ किये हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने निशुल्क दवा योजना के लिए 500 करोड़ रूपये के साथ-साथ भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत निशुल्क इलाज के लिए 2100 करोड़ रूपये की राशि के दावों का भुगतान किया है। इस योजना के माध्यम से गरीब परिवारों को प्रदेश के बडे़ से बड़े निजी अस्पतालों में निशुल्क इलाज का लाभ मिल रहा है।
-नोनेरा बैराज के निर्माण से कोटा क्षेत्र को मिलेगा भरपूर पानी
मुख्यमंत्री ने इटावा में कहा कि चम्बल, पार्वती, बनास, कालीसिंध नदियों को जोडकर पूर्वी राजस्थान को सिंचाई और पीने के लिए पानी उपलब्ध कराने वाली ईस्टर्न राजस्थान केनाल प्रोजेक्ट (ईआरसीपी) परियोजना के हिस्से के रूप में नोनेरा बैराज का निर्माण जल्द शुरू होगा। उन्होंने कहा कि 37 हजार करोड रूपये लागत वाली ईआरसीपी परियोजना से प्रदेश के 13 जिले लाभान्वित होंगे जिसकी शुरूआत कोटा जिले से होने वाली है। उन्होंने कहा कि 760 करोड रूपये की लागत से नोनेरा बैराज के निर्माण से पूरे जिले को लाभ मिलेगा। उन्होंने बताया कि ईआरसीपी का पानी चम्बल क्षेत्र से लेकर अलवर जिले तक पहुंचेगा।
राजे ने मांगरोल में आयोजित सभा में कहा कि बारां जिले में पेयजल समस्या के समाधान के लिए हमारी सरकार ने कई परियोजनाएं शुरू की हैं जिससे यहां के किसी भी गांव में आने वाले समय में पानी की कोई समस्या नही रहेंगी। उन्होंने कहा कि बारां जिले के विकास में किसी तरह की कमी नहीं रखी जाएगी। उन्होंने कहा कि मांगरोल में पहले सड़कंे चलने लायक नहीं थीं और पीने का पानी भी नहीं था। हमारी सरकार ने इन दोनों समस्याओं पर ध्यान देते हुए कई काम हाथ में लिए और इस क्षेत्र को चमन बनाने का काम किया है।
मुख्यमंत्री ने मांगरोल की सभा में 11 करोड़ रुपये की लागत से 3 नई सड़कांे एवं पुलिया के निर्माण की घोषणा की। इनमें ग्राम श्यामपुरा से सोकुण्डा तक 3 किलोमीटर सडक, 4 करोड की लागत से बनोरीकला पीएचसी से तकिया पीरबाबा बालवाला तक 6.5 किलोमीटर सडक, 4 करोड की लागत से भैरूपुरा से महावीरजी मन्दिर तक सीसवाली-अन्ता मिंसिक लिंक सड़क और बटवाला में बाणगंगा नदी पर पुलिया निर्माण की घोषणा की।
मांगरोल एवं इटावा की सभाओं में कृषि मंत्री भुलाल सैनी, शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी, सांसद दुष्यन्त सिंह, ओम बिरला, निहालचन्द, मनोज राजोरिया, विधायक अशोक परनामी, विद्याशंकर नन्दवाना एवं सुरेश धाकड़, राज्य जन अभाव अभियोग निराकरण समिति के अध्यक्ष श्रीकृष्ण पाटीदार, राज्य हज कमेटी के चेयरमैन अमीन पठान सहित कई जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित थे।