जयपुर। चित्रकूट स्टेडियम के घोष वादकों के संगम के बाद संघ के सरसंघचालक मोहन राव भागवत ने कहा कि देश हमें सब कुछ देता है। हमारा कर्तव्य बनता है कि हम भी कुछ देश को दे। यह सच्ची सेवा है। परोपकार करना मनुष्य का स्वभाव है। एकांत में सत्यसाधना और लोकांत में लोकसेवा होनी चाहिए इससे पहले रविवार सुबह सहकार मार्ग में सेवा भारती के सेवा सदन भवन का लोकार्पण किया गया। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के स्वर गोविन्दम कार्यक्रम के समापन पर रविवार को शहर के चित्रकूट स्टेडियम में संघ के घोष स्वयं सेवकों का भव्य संगम हुआ।
मोहन भागवत ने इसका लोकार्पण किया। सीएम वसुंधरा राजे भी मौजूद थी। घोष कार्यक्रम में परोपकार करना मनुष्य का स्वभाव है। देश व मानव सेवा ही सबसे बड़ी सेवा व पुण्य है। संघ का उद्देश्य है, मनुष्य की बुद्धि, शरीर को सक्षम बनाना। राष्ट्र के प्रति सेवा भाव जगाना। आपत्ति और विपदा में राष्ट्र व मनुष्य सेवा जरुरी है। समाज में देने की कमी नहीं है। समाज हित में मनुष्य को देना भी चाहिए।