– त्रिपोलिया बाजार के हनुमानजी का रास्ता में लगे घटिया पिल्लर बॉक्स- केबल में फाल्ट और आग से शेरवानी की दुकान में लगी आग, लाखों का नुकसान। लोगों ने लगाया जाम
– स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत परकोटे में ओवरहेड बिजली लाइनों को भूमिगत करने के टेंडर कार्यों में बरती लापरवाही और अनियमितताएं के जानलेवा परिणाम अब सामने आने लगे हैं।
– राकेश कुमार शर्मा
जयपुर। आखिर जिसका डर था, वहीं सामने आने लगा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के महत्वकांक्षी स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत परकोटे में ओवरहेड बिजली लाइनों को भूमिगत करने के कार्योंं में तय मानक नहीं अपनाने और घटिया वर्क के चलते जानलेवा हादसे होने लगे हैं। बुधवार देर रात परकोटे के त्रिपोलिया बाजार के हनुमानजी के रास्ते में सड़क किनारे लगे बिजली के पिल्लर बॉक्स में फाल्ट से केबल में आग लग गई और धमाके होने लगे। देखते ही देखते केबल की आग पास ही एक दुकान को चपेट में ले ली। देखते ही देखते ही पूरी दुकान आग की चपेट में आ गई। तेज धमाकों से फाल्ट होने और आग की चिंगारी देख लोगों ने पुलिस और अग्निशमन विभाग को सूचना दी। समय पर आग पर काबू पाने से दूसरी दुकानों तक आग नहीं फैली। गनीमत रही कि फाल्ट देर रात में हुआ, जिसके चलते कोई जन हानि नहीं हो पाई।
लम्बोदर शेरवानी व साफे की दुकान के पास नाली से सटे हुए पिल्लर बॉक्स में फाल्ट से केबल में आग लगी, जो देखते ही देखते दुकान तक पहुंच गई। पिल्लर बॉक्स में पहले भी फाल्ट की शिकायतें रही है, लेकिन ध्यान नहीं देने के कारण देर रात फाल्ट ने विकराल रुप ले लिया। यहीं नहीं पिल्लर बॉक्स व केबल में काफी देर तक तेज धमाके होते रहे। स्थानीय नागरिक मुकेश शर्मा ने बताया कि कुछ दिनों से पिल्लर बॉक्स और केबलों में फाल्ट की घटनाएं सामने आ रही है। शिकायत के बावजूद जयपुर विद्युत वितरण निगम शिकायतों पर ध्यान नहीं दे रहा था। नतीजा बुधवार देर रात फाल्ट व आग के कारण एक दुकान खाक हो गई। शर्मा का कहना है कि स्मार्ट सिटी के तहत घरों के बाहर लगाए पिल्लर बॉक्स व केबल लाइनें सही नहीं लगी।
बिजली विभाग की लापरवाही के चलते ना तो तय खुदाई में केबल डाली गई और ना ही पिल्लर बॉक्स स्थापित किए गए। गंदी नालियों व बहते पानी के बीच में कम गहराई में बिजली केबलें डाल दी गई और पिल्लर बॉक्स लगा दिए, जिसके चलते केबलों व पिल्लर बॉक्स में फाल्ट व आग की घटनाएँ सामने आ रही है। एक सप्ताह में ही तीन-चार घटनाएं फाल्ट की हो चुकी है। उधर, फाल्ट व आग से दुकान खाक होने और जानलेवा केबल व पिल्लर बॉक्स को लेकर स्थानीय नागरिकों और व्यापारियों का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने पहले हनुमानजी का रास्ता में एकत्र होकर बिजली विभाग के खिलाफ नारेबाजी की और फिर त्रिपोलिया बाजार की मुख्य सड़क पर पहुंचकर रास्ता रोक लिया। स्थानीय पार्षद व जनप्रतिनिधि भी साथ थे। पुलिस की समझाइस पर रास्ता खोला गया। इस मामले में व्यापारियों ने माणकचौक थाना पुलिस को बिजली विभाग के अभियंताओं के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है।
– स्वास्तिक इलेक्ट्रिकल एण्ड फ र्टिलाइजर्स जयपुर ने किया था कार्य
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत जयपुर की चारदीवारी में ओवरहेड बिजली लाइनों को भूमिगत करने के कार्यों में गंभीर अनियमितता और लापरवाही कई बार सामने आ चुकी है। ओवरहेड बिजली लाइनों को भूमिगत करने का जिम्मा स्वास्तिक इलेक्ट्रिकल एण्ड फर्टिलाइजर्स जयपुर के पास था। फ र्म को बिजली लाइन भूमिगत करने के लिए सीमेन्टेड लोहे के स्ट्रेक्चर लगाने थे। निविदा शर्तों के मुताबिक, उक्त स्ट्रेक्चर सड़क किनारे लगने थे। जिसकी ऊंचाई, लंबाई और जगह तय की गई। यह भी तय था कि उक्त स्ट्रेक्चर नालियों, नालों, गंदे पानी व जलभराव जगहों पर नहीं लगेंगे। जबकि हुआ इसके विपरीत। फर्म ने मनमर्जी से स्ट्रेक्चर लगाने शुरू कर दिए। सड़क किनारे लगाने के बजाय नालियों, नालों व गंदे पानी की जगह पर स्ट्रेक्चर खड़े कर दिए। तय मानको के मुताबिक केबल नहीं डाली गई और ना ही पिल्लर बॉक्स लगे। स्थानीय लोगों ने इसकी शिकायतें जयपुर डिस्कॉम, तत्कालीन विधायक मोहन लाल गुप्ता, मेयर अशोक लाहोटी, डिप्टी मेयर मनोज भारद्वाज को की थी। शिकायतों में बताया था कि फर्म ने नियमों के विपरीत गंदे पानी के नालों व नालियों पर ये पिलर खड़े कर दिए है, जो कभी भी जानलेवा हो सकते हैं। बुधवार देर रात हुए फाल्ट व आग ने एक दुकान को खाक भी कर दिया। सिविल स्ट्रेक्चर रोड़ लेवल से 1.5 फ ीट यानि 18 इंच ऊपर होना चाहिए, लेकिन फर्म ने इसकी पालना नहीं की और 8 से10 इंच का स्ट्रेक्चर बनाकर पिलर खड़े कर दिए। तब हुए गलत व घटिया कार्यों की पोल अब सामने आ रही है।
– जनप्रहरी एक्सप्रेस ने उजगार किया था स्वास्तिक फर्म के घटिया कार्यों का मामला
स्मार्ट सिटी के तहत स्वास्तिक इलेक्ट्रिकल एण्ड फ र्टिलाइजर्स जयपुर की ओर से किए गए गलत व घटिया कार्यों के संबंध में जनप्रहरी एक्सप्रेस ने मामला उठाते हुए समाचार प्रकाशित किए थे। पीएम मोदी के स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में गड़बड़झाला, स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की हो रही है दुर्गति शीर्षक से समाचार प्रकाशित करके फर्म की ओर से कार्यों में बरती जा रही अनियमितता को उजागर किया था। तब जयपुर विद्युत वितरण निगम ने उक्त समाचार पर जांच कमेटी बनाई थी।