जयपुर। राजस्थान प्रदेष कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता एवं जयपुर जिलाध्यक्ष प्रतापसिंह खाचरियावास ने कहा कि भाजपा सरकार ने और भाजपा सरकार में बैठे हुये राजपूत नेताओं ने प्रदेष के 12 हजार से ज्यादा राजपूत युवाआंे पर झूठे मुकदमें लगवा दिये। आज भी हजारों राजपूत बच्चे कोर्ट के चक्कर लगा रहे हैं। मुझे दुख है इस बात का कि केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह षेखावत यह बयान दे रहे हैं कि भैंरोसिंह षेखावत और जसवंत सिंह के कारण क्षत्रिय समाज भाजपा के साथ है।
क्षत्रिय समाज में परम्परागत रूप से भाजपा का साथ दिया लेकिन जब भी क्षत्रिय समाज को जरूरत पड़ी तब भाजपा में बैठे राजपूत नेता सामने आकर समाज की मदद करने से पीछे हट गये। आज भी सीबीआई और राजस्थान पुलिस सरकार के इषारे पर हजारों राजपूत बच्चों को परेषान कर रही है लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नहीं है। लगभग 30 विधायक भाजपा में राजपूत है लेकिन इन विधायकों ने जब वरिष्ठ नेता जसवंत सिंह का टिकट काटा गया तब वो एक षब्द नहीं बोले, आनन्दपाल एनकाउंटर के बाद 12 हजार से ज्यादा जवानों पर प्रदेष भर में मुकदमें दर्ज कर लिये गये लेकिन किसी ने भी आगे आकर मुकदमें हटाने का प्रयास नहीं किया गया। आज भी जब चुनाव आ गये हैं तब भैंरोसिंह षेखावत और जसवंत ंिसह का नाम लेकर भाजपा को वोट नहीं मिल सकते, क्योंकि भैंरोसिंह षेखावत अपने अंतिम समय में भाजपा नेताओं की बेरूखी से परेषान रहे।
मेरे द्वारा बार-बार मुददा उठाने पर कुछ योजनाओं का नाम भैरोंसिंह षेखावत के नाम पर कर दिया, वो सिर्फ कांग्रेस के दबाव में किया गया। केन्द्रीय मंत्री रहे जसवंत सिंह के साथ भाजपा ने बहुत ही सौतेला व्यवहार किया, उनका टिकट काट दिया गया, उनके बेटे को भाजपा ने विधायक होने के बावजूद कभी भी अपने गले नहीं लगाया। आज भाजपा मंे बैठे हुये जो राजपूत नेता बयान दे रहे हैं वो सिर्फ वोटों की फसल काटने के लिये बयानबाजी करके अपना मतलब निकालना चाहते हैं, लेकिन राजपूत समाज इस बात को भलीभांति जानता है कि समाज को जब इन नेताओं की जरूरत थी, तब ये भाजपा सरकार के भागीदार के रूप में राजपूत समाज पर जुल्म करने में बराबर की हिस्सेदारी निभा रहे थे।
खाचरियावास ने कहा कि भाजपा नेताओं द्वारा राजपूत समाज को भ्रमित करके वोट प्राप्त करने की रणनीति सफल नहीं हो पायेगी, क्योंकि प्रदेष के रावणा राजपूत, चारण, राणा आदि जातियां भाजपा नेताओं की धोखे की राजनीति को भलीभांति परख चुके हैं। क्योंकि आने वाले समय में भाजपा को क्षत्रिय समाज के विरोध का परिणाम भुगतना पड़ेगा।